नया साल 2025 भारतीय छात्रों के लिए विदेश में पढ़ाई और काम करने के सपने को और साकार करने वाला है। न्यूजीलैंड ने अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए अपने पोस्ट-स्टडी वर्क वीजा (PSWV) नियमों में बड़ा बदलाव करने का फैसला किया है। ये नियम उन छात्रों को देश में पढ़ाई पूरी करने के बाद काम करने का बेहतरीन अवसर प्रदान करेंगे।
क्या है पोस्ट-स्टडी वर्क वीजा?
पोस्ट-स्टडी वर्क वीजा (PSWV) एक ऐसा वीजा है, जो छात्रों को न्यूजीलैंड में पढ़ाई पूरी करने के बाद उनकी योग्यता के आधार पर तीन साल तक रहने और काम करने की अनुमति देता है। यह वीजा छात्रों के लिए नौकरी खोजने और अपनी करियर योजना को साकार करने का महत्वपूर्ण साधन है।
2025 में होंगे नियमों में बदलाव
2025 से न्यूजीलैंड में PSWV के नियमों में बदलाव लागू होंगे। अब पोस्टग्रेजुएट डिप्लोमा (PGDip) करने के बाद मास्टर्स प्रोग्राम में दाखिला लेने वाले छात्र भी इस वीजा के लिए पात्र होंगे। यह बदलाव अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आएगा।
पहले के नियमों की तुलना
पहले, जो छात्र 30-सप्ताह की PGDip पूरी करते थे और फिर सीधे मास्टर प्रोग्राम में दाखिला लेते थे, वे PSWV के लिए पात्र नहीं माने जाते थे। पात्रता के लिए मास्टर प्रोग्राम में 30 सप्ताह का पूर्णकालिक अध्ययन आवश्यक था। लेकिन अब इन नियमों में ढील दी गई है, जिससे छात्रों को ज्यादा लचीलापन मिलेगा।
वीजा पात्रता के मुख्य बिंदु
न्यूजीलैंड में पढ़ाई और काम करने के लिए PSWV के लिए कुछ खास नियम और पात्रता शर्तें होती हैं:
- डिग्री की मान्यता: छात्र की डिग्री न्यूजीलैंड के मान्यता प्राप्त संस्थान से होनी चाहिए।
- पूर्णकालिक अध्ययन: डिग्री पूर्णकालिक अध्ययन के माध्यम से पूरी होनी चाहिए।
- आवेदन की समय सीमा: वीजा आवेदन स्टूडेंट वीजा समाप्त होने के 12 महीने के भीतर होना चाहिए।
- पिछली डिग्री का उपयोग: यदि छात्र की कोई डिग्री PSWV के लिए योग्य नहीं है, तो वह अपनी पिछली डिग्री के आधार पर भी आवेदन कर सकता है।
- तीन वर्षीय वीजा: तीन साल के PSWV के लिए छात्रों को मास्टर प्रोग्राम में कम से कम 30 सप्ताह का पूर्णकालिक अध्ययन पूरा करना होगा।
भारतीय छात्रों के लिए यह बदलाव क्यों खास है?
न्यूजीलैंड में वर्तमान में 15,000 से अधिक भारतीय छात्र अध्ययन कर रहे हैं। नए नियमों के तहत, इन छात्रों के लिए नौकरियों के नए रास्ते खुलेंगे। PSWV की पात्रता में बदलाव से भारतीय छात्रों को न केवल पढ़ाई के दौरान, बल्कि पढ़ाई के बाद भी अपने करियर को ऊंचाई देने का अवसर मिलेगा।
क्या होंगे बदलाव के लाभ?
- ज्यादा अवसर: नए नियमों से छात्रों को ज्यादा रोजगार के अवसर मिलेंगे।
- लचीलापन: PGDip और मास्टर्स प्रोग्राम के संयोजन से छात्रों को PSWV के लिए आसानी से पात्रता मिलेगी।
- करियर ग्रोथ: वीजा की लंबी अवधि के कारण छात्र अपने क्षेत्र में बेहतर अनुभव और करियर ग्रोथ हासिल कर सकेंगे।