बजट के अन्तर्गत गरीब, महिला, युवा तथा अन्नदाता किसान का विशेष ध्यान रखा गया है
बजट में समाज के कमजोर वर्गों का ध्यान रखने के साथ-साथ विकसित राष्ट्र के निर्माण के लक्ष्य की प्राप्ति के दृष्टिगत अवस्थापना विकास पर अधिक जोर दिया गया है
-वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना
लखनऊ: 01 फरवरी, 2024
उत्तर प्रदेश के वित्त मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना ने केन्द्रीय वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण द्वारा प्रस्तुत केन्द्रीय बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए बजट को सर्वहितकारी एवं सर्वसमावेशी बताया। उन्होंने कहा कि इस बजट के माध्यम से माननीय प्रधानमंत्री जी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास की नीति को दोहराया गया है। इस बजट के अन्तर्गत गरीब, महिला, युवा तथा अन्नदाता किसान का विशेष ध्यान, तथा भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाये जाने के लक्ष्य को ध्यान में रखा गया है। बजट में समाज के कमजोर वर्गों का ध्यान रखने के साथ-साथ विकसित राष्ट्र के निर्माण के लक्ष्य की प्राप्ति के दृष्टिगत अवस्थापना विकास पर अधिक जोर दिया गया है।
वित्त मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश को केन्द्रीय करों में राज्यांश का हिस्सा के रूप में वित्तीय वर्ष 2023-24 में 183237.5 करोड़ रूपये मिलने का अनुमान था। वित्तीय वर्ष 2023-24 के आंकड़ों के अनुसार अनुमानतः 198135 करोड़ रूपये मिलेगा जो मूल अनुमान से लगभग 15000 करोड़ रूपये अधिक है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2024-25 में 218816 करोड़ रूपये मिलने का अनुमान है। स्पेशल असिस्टेंस टू स्टेट फॉर कैपिटल इन्वेस्टमेंट के अन्तर्गत 50 वर्षीय ब्याजरहित ऋण को वित्तीय वर्ष 2023-24 की भांति आज प्रस्तुत बजट में भी यथावत रखा गया है।
श्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि बजट में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के अंतर्गत 78 लाख पटरी दुकानदारों को ऋण उपलब्ध कराया गया है जिसमें से 2.3 लाख पटरी दुकानदारों को तीसरी बार ऋण दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री जन धन योजना तथा प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत समाज के कमजोर वर्गों को आर्थिक सहायता उपलब्ध करायी जा रहा रही है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण) के अंतर्गत 03 करोड़ गरीबों को आवास उपलब्ध कराये जाने का लक्ष्य प्राप्त कर लिया गया है। अगले 05 वर्षों में इस योजना के अंतर्गत 02 करोड़ गरीबों को आवास उपलब्ध कराये जाने जा लक्ष्य रखा गया है।
वित्त मंत्री ने बताया कि बजट में नारी शक्ति के आर्थिक सशक्ति करण के लिए 30 करोड़ महिलाओं को प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत व्यवसाय हेतु आर्थिक सहायता दी गई है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत गरीबों को उपलब्ध कराये गये आवासों में से 70 प्रतिशत से अधिक आवास महिलाओं के नाम पर आवंटित किये गये है। लखपति दीदी योजना के अंतर्गत 09 करोड़ महिलाओं को 83 लाख स्वयम् सहायता समूहों से जोड़ गया है। इन महिलाओं में से 01 करोड़ महिलायें लखपति दीदी बन चुकीं है। लखपति दीदी के लक्ष्य को 102 से बढ़ाकर 03 करोड़ किया जाना प्रस्तावित है।
श्री खन्ना ने बताया कि बजट में कृषि के उत्पादों के आधुनिक भण्डारण एवं प्रसंस्करण को बढ़ावा दिये जाने का प्रस्ताव है। नैनों यूरिया के सफल प्रयोग के बाद नैनो डीएपी का प्रयोग प्रारम्भ किया जायेगा। उन्होंने बताया कि कुल 54 लाख युवाओं को प्रशिक्षित किया गया है। युवाओं के लिए 07 आईआईटी, 16 आईआईआईटी, 07 आईआईएम, 15 एआईआईएमएस, 390 विश्वविद्यालय तथा 3000 आईटीआई नए खोले गये हैं। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत कुल 43 करोड़ लाभार्थियों को रुपये 34.0 लाख करोड़ की राशि उपलब्ध कराई गई है। नवोन्मेष को बढ़ावा दिये जाने के लिए निजि क्षेत्र को नये क्षेत्रों में शोध के लिए 50 वर्षीय व्याज रहित ऋण के माध्यम से रु0 1000 करोड़ की निधि गठित किये जाने का प्रस्ताव किया गया है। 517 नए वायु मार्गों पर विमानन सेवाएं प्रारम्भ की गई हैं। भारतीय विमानन कम्पनियों द्वारा 1000 नए वायु यानों का आर्डर दिया गया है। रूफटॉप सोलर योजना को बढ़ावा देते हुए 01 करोड़ घरों पर इसे लगाया जायेगा जिससे प्रति घर 300 यूनिट मुफ्त बिजली दी जा सकेगी तथा इसके अलावा अतिरिक्त विद्युत उत्पादन की बिक्री किये जाने से 15 से 18 हजार करोड़ रुपये तक की प्राप्ति हो सकेगी।