
चंदौली जिले में नारायनपुर से निकलने वाली अमड़ा बड़ी नहर में सिंचाई विभाग ने बृहस्पतिवार रात अचानक भारी मात्रा में पानी छोड़ दिया, जिससे कई गांवों के खेतों में पानी जमा हो गया। इस घटना से किसानों में फसल बर्बाद होने का डर बना हुआ है। नारायनपुर पंप कैनाल से निकली यह नहर सदर तहसील के कई गांवों से होकर गुजरती है और फसलों की सिंचाई का मुख्य स्रोत है।
किसानों ने आरोप लगाया कि धान की खेती के समय सिंचाई विभाग समय पर पानी देने में असफल रहा, लेकिन छठ पूजा के नाम पर अचानक पानी छोड़ दिया गया, जिससे जेवरियाबाद, घोसवा, मचवा, अमड़ा, कंदवा, जमुड़ा और बरहनी सहित कई गांवों के खेतों में पानी भर गया है। पानी की अधिकता के कारण खेतों का कुलाबा खोलने के बाद भी खेतों से पानी निकलने की बजाय और अधिक भर गया, जिससे किसानों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
सिकठा के किसान रतन सिंह और जेवरियाबाद के किसान रवि सिंह ने इस स्थिति को “आस्था के नाम पर किसानों के साथ खिलवाड़” बताते हुए जांच की मांग की है। किसानों ने जिला अधिकारी (DM) और मूसाखांड एवं चंद्रप्रभा डिवीजन के अधिकारियों से पहले आश्वासन प्राप्त किया था कि नहरों में पानी नहीं छोड़ा जाएगा, फिर भी वादे के बावजूद पानी छोड़ा गया।
चंद्रप्रभा डिवीजन के अधिशासी अभियंता सर्वेशचंद्र सिन्हा ने कहा कि छठ पर्व के दौरान पानी की मांग को देखते हुए नहर में पानी छोड़ा गया था।