
वाराणसी के आशापुर चौकी क्षेत्र की गणपत नगर कॉलोनी में पुलिस ने एक फर्जी कॉल सेंटर का खुलासा किया है। यह कॉल सेंटर नेटवर्क मार्केटिंग और जॉब ऑफर के नाम पर युवाओं को ठगने का काम कर रहा था। पुलिस छापेमारी के दौरान यहां से 50 से ज्यादा युवक और युवतियां मिले, जिन्हें टेली कॉलिंग का काम कराया जा रहा था।
शिकायत मिलने के बाद साइबर थाना टीम ने एसीपी सारनाथ और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर कार्रवाई की। यह कॉल सेंटर “आरआर मार्केटिंग” के नाम से संचालित हो रहा था। पुलिस जांच में सामने आया कि यहां युवाओं को जॉब दिलाने का झांसा देकर पहले उनसे 2800 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस ली जाती थी। इसके बाद उन्हें 10 हजार से 50 हजार रुपये तक की किट खरीदने को कहा जाता था। इस किट में शर्ट, पैंट और बेल्ट शामिल होते थे। युवाओं को यह विश्वास दिलाया जाता था कि कंपनी में ज्वाइनिंग और आगे प्रमोशन के लिए यह जरूरी है।
डीसीपी के अनुसार, कॉल सेंटर चलाने वाले मुख्य आरोपी रवि और रविंद्र मौके से फरार हो गए। दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उनकी तलाश जारी है। पुलिस ने वहां मौजूद कुछ मैनेजरों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। एसीपी सारनाथ विदुष सक्सेना ने बताया कि इस नेटवर्क का मकसद बेरोजगार युवाओं को आकर्षित कर पैसे ऐंठना था और टारगेट पूरा न होने की स्थिति में उन्हें नौकरी से निकाल दिया जाता था।
पुलिस ने फर्जी कॉल सेंटर को सील कर दिया है। वहीं, साइबर ठगी से जुड़े दस्तावेज, मोबाइल फोन, कंप्यूटर सिस्टम और अन्य उपकरण जब्त कर जांच आगे बढ़ाई जा रही है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में जुड़े अन्य लोगों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
