


(शीतल निर्भीक ब्यूरो)
लखनऊ। भारत विकास परिषद, अवध प्रांत ने एक बार फिर समाज में सेवा, संस्कार और सहयोग की भावना को मजबूत करने की दिशा में एक उल्लेखनीय कार्य किया है। रविवार को परिषद के तत्वावधान में चौथे सामूहिक सरल विवाह समारोह का भव्य आयोजन किया गया, जिसमें समाज के छह जरूरतमंद कन्याओं का ससम्मान विवाह संपन्न कराया गया। यह आयोजन समाज के वंचित वर्गों को सहयोग और समर्थन प्रदान करने की दिशा में एक प्रेरणास्रोत बना।

इस सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन परिषद की पूर्वी शाखा, समर्थ शाखा, परमहंस शाखा, क्षत्रपति शाखा और इंदिरा नगर शाखा के समन्वय से संपन्न हुआ। कार्यक्रम में अवध प्रांत की सभी शाखाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया और आयोजन को भव्यता प्रदान की। विवाह समारोह में प्रत्येक जोड़े की बारात ढोल-नगाड़ों, घोड़ी, बैंड-बाजे और पारंपरिक नृत्य के साथ निकाली गई, जिसके बाद दूल्हा-दुल्हन की जयमाला और वैदिक विधि-विधान से विवाह संस्कार संपन्न हुआ। परिषद द्वारा सभी नवविवाहित जोड़ों को शगुन, गृहस्थी के आवश्यक सामान एवं उपहार देकर सम्मानपूर्वक विदा किया गया।
कार्यक्रम की विशिष्ट अतिथि अपर्णा यादव ने अपने संबोधन में भारत के सांस्कृतिक मूल्यों और सेवा भाव की सराहना करते हुए कहा कि “भारत का विचार, संस्कार, आचार और विचार सर्वोत्तम हैं। मुझे तीन बार कुंभ जाने का अवसर प्राप्त हुआ, जहां मैंने अनुभव किया कि भारत में भीड़ नहीं, बल्कि आस्था का प्रवाह होता है। भगदड़ पहले भी होती थी, लेकिन कभी मुआवजा देने की परंपरा नहीं थी। इस दिशा में सरकार के साथ-साथ भारत विकास परिषद जैसी संस्थाएं सराहनीय योगदान दे रही हैं।” उन्होंने परिषद द्वारा किए जा रहे सामूहिक सरल विवाह के प्रयासों की सराहना करते हुए इसे समाज सेवा की मिसाल बताया।
भारत विकास परिषद के संगठन मंत्री विक्रांत खंडेलवाल ने इस अवसर पर कहा कि “हम समाज के वंचित वर्ग के लिए निरंतर सेवा कार्य करते हैं। परिषद के कृष्णा नगर शाखा सहित अन्य शाखाओं में भी स्थायी रूप से कई सेवा योजनाएं चलाई जा रही हैं। प्रत्येक वर्ष गरीब और जरूरतमंद परिवारों की बेटियों का पूरे सम्मान और रीति-रिवाजों के साथ विवाह संपन्न कराया जाता है।” उन्होंने आगे बताया कि परिषद की ओर से सभी नवविवाहित बेटियों को गृहस्थ जीवन के लिए आवश्यक वस्तुएं उपहार स्वरूप प्रदान की गईं, ताकि उनका नवजीवन सुगम हो।
इस अवसर पर भारत विकास परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष देवेंद्र प्रताप शुक्ला, प्रांतीय सचिव शशिकांत सक्सेना, प्रांतीय कोषाध्यक्ष पंकज अग्रवाल सहित परिषद की सभी शाखाओं के पदाधिकारी और कार्यकर्ता सक्रिय रूप से उपस्थित रहे। उनके प्रयासों और सहयोग से यह कार्यक्रम अत्यंत सफल रहा और समाज में सकारात्मक संदेश प्रसारित हुआ।
भारत विकास परिषद द्वारा आयोजित यह सामूहिक विवाह समारोह समाज में सहयोग और सेवा की भावना को प्रोत्साहित करने का एक अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत करता है। ऐसे आयोजनों के माध्यम से न केवल जरूरतमंद परिवारों को सहायता मिलती है, बल्कि सामाजिक समरसता को भी बल मिलता है। परिषद का यह प्रयास समाज के अन्य संगठनों और व्यक्तियों को भी इसी दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित करता रहेगा।