ऋषिकेश ट्रिप: इन 5 जगहों पर जाना न भूलें

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उत्तराखंड का ऋषिकेश दिल्ली के सबसे नजदीकी और लोकप्रिय पर्यटन स्थलों में से एक है। यह शहर सिर्फ अध्यात्म और योग की नगरी ही नहीं है, बल्कि एडवेंचर और प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी मशहूर है। चाहे गर्मियों की छुट्टियां हों या सर्दियों की ठंडक, ऋषिकेश हर मौसम में घूमने के लिए आदर्श जगह है। खास बात यह है कि यह वीकेंड ट्रिप के लिए भी परफेक्ट है और ज्यादा खर्च भी नहीं होता। लेकिन अगर आप ऋषिकेश जा रहे हैं, तो यहां की पांच खास जगहों की यात्रा जरूर करें, वरना आपकी ट्रिप अधूरी मानी जाएगी।

त्रिवेणी घाट: गंगा आरती का अनुभव लें


  1. ऋषिकेश में स्थित त्रिवेणी घाट का धार्मिक और पौराणिक महत्व बेहद खास है। यहां तीन नदियों – गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम होता है, जिसे हिंदू धर्म में अत्यंत पवित्र माना गया है। इस घाट पर सुबह, दोपहर और शाम को गंगा आरती होती है। खासकर शाम की महाआरती का दृश्य बेहद मनमोहक होता है। यहां बिताया गया समय शांति और आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देता है।

त्र्यंबकेश्वर मंदिर: शिवभक्ति का केंद्र


  1. लक्ष्मण झूले के पार स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर ऋषिकेश की प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक है। 13 मंजिलों वाला यह भव्य मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। इसे 108 भ्रमभीम स्वामी कैलाशानंद ने स्थापित किया था। यह मंदिर “13 मंजिल मंदिर” के नाम से भी जाना जाता है। यहां से गंगा का मनोरम दृश्य और आसपास की सुंदरता देखने का अलग ही अनुभव है।

वशिष्ठ गुफा: ध्यान और शांति का स्थान


  1. अगर आप ध्यान और शांति की तलाश में हैं, तो वशिष्ठ गुफा आपके लिए परफेक्ट जगह है। ऋषिकेश से लगभग 25 किलोमीटर दूर स्थित यह गुफा स्वामी पुरुषोत्तमानंद के तप स्थल के रूप में प्रसिद्ध है। यह स्थान प्रकृति की गोद में स्थित है, जहां आप अपनी आत्मा को सुकून दे सकते हैं। यहां का शांत वातावरण हर किसी को आकर्षित करता है।
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जानकी सेतु: सुंदरता और फोटोशूट का केंद्र


  1. ऋषिकेश में गंगा नदी पर बना जानकी सेतु अपनी अनोखी सुंदरता के लिए मशहूर है। हाल ही में जी-20 बैठक के दौरान इसे खासतौर पर सजाया गया था। सेतु के आसपास की दीवारों पर बनी रंग-बिरंगी तस्वीरें इसे और आकर्षक बनाती हैं। यह पुल फोटोशूट के लिए भी एक परफेक्ट जगह है। इसके पास बने प्रियदर्शिनी पार्क और योग पार्क में समय बिताना भी अच्छा अनुभव हो सकता है।

बीटल्स आश्रम: योग और ध्यान का केंद्र


  1. 1961 में महर्षि महेश योगी ने ऋषिकेश में एक आश्रम की स्थापना की, जहां योग और ध्यान की शिक्षा दी जाती थी। 60 के दशक में प्रसिद्ध बीटल्स बैंड के सदस्य ध्यान की खोज में यहां पहुंचे थे, जिसके बाद यह आश्रम “बीटल्स आश्रम” के नाम
  2. से लोकप्रिय हो गया। आश्रम की दीवारों पर बनी पेंटिंग्स और यहां का शांत वातावरण आपको अलग ही दुनिया का अनुभव कराएगा।

ऋषिकेश: हर यात्रा के लिए खास

चाहे आप धार्मिक यात्रा पर हों, एडवेंचर के शौकीन हों या प्रकृति प्रेमी हों, ऋषिकेश हर किसी के लिए कुछ न कुछ खास पेश करता है। यहां की यात्रा न केवल आपके मन को शांति देगी बल्कि आपको जीवन की नई ऊर्जा से भी भर देगी। अगर आप अभी तक ऋषिकेश नहीं गए हैं, तो इस बार अपनी ट्रिप की लिस्ट में इसे जरूर शामिल करें।