जेल मैन्युअल में गड़बड़ी पर जताई नाराजगी, अस्पताल में मरीजों और बैरक में बंदियों का जाना हाल
सूबे के डीजी कारागार पीवी रामा शास्त्री शुक्रवार को वाराणसी पहुंचे। डीजी ने सबसे पहले जिला कारागार चौकाघाट में निरीक्षण किया, उन्होंने कंप्यूटरीकृत मुलाकात पर्ची काउंटर समेत जेल की समुचित व्यवस्थाएं देखीं। बंदियों से मुलाकात करते हुए उनकी समस्याएं जानी और भोजन से लेकर जेल मैन्युअल को भी परखा। जिला कारागार में अच्छे कार्य करने के निर्देश दिए साथ ही अधिकारियों को नवाचार के जरिए उदाहरण पेश करने को प्रेरित किया।
शुक्रवार दोपहर डीजी पीवी रामा शास्त्री ने जिला कारागार पहुंचे तो मुख्य द्वार में सशस्त्र गारद ने उन्हें सलामी दी। इसके बाद जेल अधिकारियों से परिचय कर जेल निरीक्षण शुरू किया। डीजी ने सबसे पहले बैरकों में कैदियों का रखरखाव जाना, जेल की क्षमता और वर्तमान में बंदियों की संख्या भी जानी। इसके बाद डीजी ने पाकशाला में भोजन की गुणवत्ता और मीनू जाना।
उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कक्ष और लीगल एड क्लीनिक देखकर संतोष जताया। जेल अस्पताल में पहुंचकर भर्ती मरीजों की संख्या और उनकी बीमारी का कारण पूछा, बीमार और भर्ती मरीजों का स्वास्थ्य जाना। साथ ही परिसर में साफ सफाई का निर्देश भी दिया। यहां बंदियों के लिए चलाई जा रही विभिन्न पुनर्वास योजनाओं का भी निरीक्षण किया। महिलाओं के लिए चलाए जा रहे प्रशिक्षण कार्यक्रम की जानकारी ली। पढ़ाई करने वाले बंदियों के परीक्षा फार्म समय से भराने के निर्देश दिए।डीजी पीवी रामा शास्त्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश की जेल में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी और अभेद की गई हैं। जेल मैनुअल और कानूनी प्रावधान का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है। जेल में हिंसात्मक घटनाएं शून्य हो गई है। यूपी की जेलों में इंफ्रास्ट्रक्चर में लगातार डेवलपमेंट हो रहा है।
वाराणसी केंद्रीय कारागार में काम चल रहा है, कई बैरक बनकर तैयार हैं। वहीं यूपी में कई जगह नए-नए जेल और पुरानी जेलों बैरकें बढ़ाई जा रही हैं। तकनीकी दृष्टि से भी प्रगति हो रही है, सुधार की गुंजाइश हमेशा रहती है जो छोटी-छोटी चीज रह जाती है, उसे लगातार बजट में लाया जाता है। जेल में मुख्यालय के जो निर्देश हैं उसका पालन हो रहा है हालांकि कुछ अतिरिक्त निर्देश दिए गए हैं।