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महाकुम्भ 2025 में श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा के लिए तैयार साइबर थाना

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महाकुम्भ में पहली बार होगा व्यापक डिजिटलीकरण और साइबर सुरक्षा
उत्तर प्रदेश सरकार ने महाकुम्भ 2025 को अब तक का सबसे भव्य आयोजन बनाने के लिए तैयारियां तेज कर दी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में इस बार न केवल आयोजन को डिजिटलीकरण किया जा रहा है, बल्कि साइबर अपराधों से सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। महाकुम्भ क्षेत्र में पहली बार एक साइबर थाना स्थापित किया गया है, जो एआई, डार्क वेब और सोशल मीडिया का दुरुपयोग रोकने में सक्षम होगा।

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स्पेशल साइबर एक्सपर्ट्स की टीम तैनात
महाकुम्भ में अनुमानित 45 करोड़ श्रद्धालुओं की साइबर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पूरे प्रदेश से अनुभवी अफसरों और साइबर विशेषज्ञों की टीम को महाकुम्भनगर बुलाया गया है। ये टीम 24 घंटे सक्रिय रहकर श्रद्धालुओं को साइबर अपराधों से बचाने का कार्य करेगी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजेश द्विवेदी ने बताया कि विशेष रूप से फेक और डार्क वेबसाइट्स को ट्रैक करने के लिए 44 संदिग्ध वेबसाइटों को रडार पर लिया गया है।

एआई और सोशल मीडिया का दुरुपयोग होगा असंभव
महाकुम्भ में एआई, एक्स, फेसबुक और गूगल के माध्यम से किसी भी प्रकार के फर्जीवाड़े को रोकने की व्यवस्था की गई है। साइबर एक्सपर्ट्स ठगों के फर्जी लिंक और वेबसाइट्स को निष्क्रिय करने के लिए लगातार कार्यरत हैं। श्रद्धालुओं को भी जागरूक किया जा रहा है कि वे केवल सरकारी वेबसाइट्स (gov.in) का उपयोग करें और किसी भी संदिग्ध लिंक की जानकारी साइबर थाना को दें।

साइबर सुरक्षा के लिए मोबाइल टीम भी सक्रिय
साइबर थाना में लैपटॉप और कंप्यूटर के माध्यम से कार्य करने के साथ-साथ एक मोबाइल टीम भी तैनात की गई है। यह टीम फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट और वेबसाइटों से जुड़े मामलों को तुरंत हल करने में सक्षम है। इसके अलावा, श्रद्धालुओं के लिए हेल्पलाइन नंबर 1920 जारी किया गया है, जहां से वे मदद प्राप्त कर सकते हैं।

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फेक अकाउंट और ठगों पर कड़ी नजर
महाकुम्भ में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोगों से पैसे मांगने वाले ठगों पर विशेष नजर रखी जा रही है। साइबर विशेषज्ञ ऐसी गतिविधियों पर तुरंत कार्रवाई कर रहे हैं। फर्जी वेबसाइट्स और लिंक के जरिए धोखाधड़ी करने वालों पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी।

इस बार महाकुम्भ में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर उठाए गए ये कदम आयोजन को न केवल भव्य बनाएंगे बल्कि इसे पूरी तरह सुरक्षित भी करेंगे।

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