देश का पहला हाइड्रोजन जलयान काशी पहुंच गया है, जो वाराणसी-चुनार के बीच चलेगा। यह 50 सीटर डबल डेकर जलयान कोच्चि शिपयार्ड से समुद्री मार्ग के जरिए कोलकाता पहुंचा और वहां से गंगा नदी के रास्ते वाराणसी आया। जलयान के रास्ते में कम पानी होने की वजह से उसे बनारस पहुंचने में अधिक समय लगा। जलयान को रामनगर मल्टी-मॉडल टर्मिनल पर लंगर डाला गया है।
यह जलयान पर्यटन की प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग प्राधिकरण के अधिकारियों के अनुसार, कोच्चि शिपयार्ड इस जलयान का छह महीने तक परीक्षण करेगा और हाइड्रोजन गैस की व्यवस्था भी करेगा। परीक्षण पूरा होने के बाद पर्यटन विभाग इसे संचालित करेगा। किराया और रूट निर्धारण बाद में किया जाएगा।