उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मौसम ने करवट ली है। जहां एक तरफ सुबह की धूप आमतौर पर हल्की और गर्मी देने वाली होती थी, वहीं अब अधिकांश जिलों में धुंध और कोहरे का असर नजर आ रहा है। मौसम विभाग के अनुसार यह स्थिति 22 दिसंबर तक बनी रह सकती है, जिससे प्रदेश भर में ठंड और घने कोहरे के कारण जनजीवन प्रभावित हो सकता है।
घने कोहरे के कारण दृश्यता पर असर
कोहरे के कारण उत्तर प्रदेश के कई जिलों में दृश्यता में भारी कमी आई है। बरेली और आगरा जैसे प्रमुख शहरों में दृश्यता शून्य तक सिमट गई है, जिससे सड़क यातायात और हवाई यात्रा प्रभावित हो सकती है। इसके अलावा, बलिया, अमेठी और बहराइच जैसे जिलों में भी दृश्यता 200 मीटर तक सीमित हो गई है। यह स्थिति उन इलाकों में विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण हो सकती है, जहां यातायात का दबाव अधिक है और जहां सार्वजनिक परिवहन की सुविधा उपलब्ध है।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने गुरुवार के लिए उत्तर प्रदेश के 30 से ज्यादा जिलों में घने कोहरे की चेतावनी जारी की है। इसके तहत, सुबह के समय में घने कोहरे के कारण दृश्यता की स्थिति और भी खराब हो सकती है। विभाग ने इन जिलों में लोगों से सतर्क रहने की अपील की है, खासकर उन क्षेत्रों में जहां सुबह के समय सड़क मार्गों पर घने कोहरे की वजह से दृश्यता शून्य हो सकती है।
अंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के विशेषज्ञ का बयान
आंचलिक मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार, 21 दिसंबर तक मौसम ऐसा ही रहने वाला है। उन्होंने बताया कि इस दौरान उत्तर प्रदेश में हल्की धुंध और ठंडक बनी रहेगी, जिससे तापमान में कमी आएगी। हालांकि, 22 दिसंबर से पश्चिमी विक्षोभ के असर से पुरवाई हवा का प्रभाव समाप्त हो जाएगा और उत्तरी पश्चिमी हवाएं चलने लगेंगी, जिससे तापमान में फिर से गिरावट आनी शुरू होगी और कोहरा धीरे-धीरे छंटने लगेगा।
तापमान में गिरावट की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के कारण प्रदेश में ठंडी हवाओं का आना तय है, जिससे अगले कुछ दिनों में तापमान में गिरावट हो सकती है। यह गिरावट खासतौर पर उत्तर प्रदेश के उन हिस्सों में देखी जाएगी, जहां पहले ही ठंड का असर महसूस हो रहा था। इसके साथ ही, कोहरे के प्रभाव में भी कमी आने की संभावना है।
इन जिलों में ज्यादा असर
मौसम विभाग ने उन इलाकों को विशेष रूप से सतर्क रहने की सलाह दी है, जहां कोहरे का असर अधिक होने की संभावना है। इन जिलों में बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं और आसपास के इलाकों में घना कोहरा और ठंडक रहने की संभावना है। इन क्षेत्रों में लोगों को सुबह के समय यात्रा करते समय विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है।
घने कोहरे के कारण सड़क और रेल यातायात पर असर
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बढ़े हुए कोहरे के कारण सड़क यातायात प्रभावित हो सकता है। कोहरे के कारण सड़क पर दृश्यता कम हो जाने से दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है, और विशेष रूप से वाहनों की गति धीमी हो जाती है। इसके अलावा, रेल यात्रा भी प्रभावित हो सकती है, क्योंकि कोहरे के कारण ट्रेन की गति कम की जाती है और कुछ ट्रेनों के समय में बदलाव किया जा सकता है। यात्रियों को अपनी यात्रा से पहले मौसम की जानकारी लेकर ही निकलने की सलाह दी जाती है।
सर्दी में राहत की उम्मीद
हालांकि, ठंडक और कोहरे का असर अब कुछ समय तक बना रह सकता है, लेकिन 22 दिसंबर के बाद पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से तापमान में गिरावट और कोहरे में कमी की संभावना है। इससे राज्यवासियों को कुछ राहत मिल सकती है, और ठंडक में थोड़ी कमी हो सकती है। इस बदलाव के साथ, उत्तर प्रदेश में मौसम और अधिक सर्दी का अनुभव करवा सकता है, जिससे लोग ठंड से बचने के उपायों को अपनाने में सक्षम होंगे।