



हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी सूर्यकुंड स्थित श्री अष्टांग भैरव मंदिर के पास दशहरा के पावन पर्व पर असत्य पर सत्य की, अधर्म पर धर्म की, और अनीति पर नीति की विजय का प्रतीक रावण दहन बड़े उत्साह और धूमधाम से किया गया। इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों ने हिस्सा लिया, जिन्होंने भगवान राम की विजय और रावण के अंत का यह महोत्सव मनाया।

इस अवसर पर लालजी गुप्ता, मुन्ना लाल यादव, हरिओम यादव, अमित सौरभ, अर्णव तुलस्यान, आरव तुलस्यान, आरव गिरि, वियान गांगुली, संजय गुप्ता और पिंटू प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। रावण के विशाल पुतले को अग्नि देकर अधर्म पर धर्म की विजय का संदेश दिया गया।
पूरे आयोजन के दौरान भक्तगणों ने जय श्रीराम के जयकारों के साथ पर्व को मनाया। बच्चों और युवाओं में विशेष उत्साह देखा गया, जो इस आयोजन को देखने के लिए काफी संख्या में जुटे। दशहरा का यह पर्व धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व का प्रतीक है, जो समाज में सत्य, धर्म और न्याय की स्थापना का संदेश देता है।