21
Nov
बाबा कालभैरव, जिन्हें काशी के कोतवाल के रूप में पूजा जाता है, अपने भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र हैं। गुरुवार को बाबा का मंगला श्रृंगार दर्शन अत्यंत दिव्य और मनोहारी होता है। इस अवसर पर बाबा का विग्रह विशेष रूप से अलंकृत किया जाता है। गुरुवार की सुबह बाबा कालभैरव के मंदिर में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है। पुजारी बाबा का अभिषेक करते हैं और उन्हें चंदन, फूल, वस्त्र और आभूषणों से सजाया जाता है। बाबा के मस्तक पर चंदन का तिलक और विशेष मुकुट उनकी अलौकिक छवि को और भव्य बनाते हैं। उनके वाहन श्वान (कुत्ते)…