Ashu

825 Posts
magbo system
चिंतपूर्णी माता आरती: माँ के चरणों में समर्पित एक दिव्य भक्ति यात्रा

चिंतपूर्णी माता आरती: माँ के चरणों में समर्पित एक दिव्य भक्ति यात्रा

माँ चिंतपूर्णी को 'संकट हरने वाली' और 'चिंता मिटाने वाली देवी' के रूप में जाना जाता है। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में स्थित चिंतपूर्णी माता का मंदिर शक्तिपीठों में से एक है। जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से माता रानी की आरती करता है, उसकी सभी चिंताएँ दूर हो जाती हैं और जीवन में सुख-शांति का संचार होता है। इस लेख में हम Chintpurni Mata Aarti के महत्व, विधि और लाभ को विस्तार से जानेंगे। Chintpurni Mata Aarti चिंतपूर्णी चिंता दूर करनी,जग को तारो भोली माँ,जन को तारो भोली माँ,काली दा पुत्र पवन दा घोड़ा !!!! भोली माँ…!! सिन्हा…
Read More
कार्तिकेय जी की आरती: शक्तिशाली आराधना से जीवन में लाएँ तेज और विजय

कार्तिकेय जी की आरती: शक्तिशाली आराधना से जीवन में लाएँ तेज और विजय

भगवान शिव के पुत्र और देवसेना के अधिपति भगवान कार्तिकेय, जिन्हें मुरुगन, स्कंद और कुमारस्वामी के नाम से भी जाना जाता है, विशेष रूप से दक्षिण भारत में पूजे जाते हैं। वे युद्ध और विजय के देवता हैं। इनकी आरती करने से मनुष्य को आत्मबल, पराक्रम और जीवन की जटिलताओं में विजय प्राप्त होती है। इस लेख में हम Kartikeya Ji Ki Aarti के महत्व, उसकी विधि और लाभ के साथ-साथ पूरी जानकारी देंगे। कार्तिकेय जी की आरती जय जय आरती वेणु गोपाला...वेणु गोपाला वेणु लोला,पाप विदुरा नवनीत चोरा। जय जय आरती वेंकटरमणा...वेंकटरमणा संकटहरणा,सीता राम राधे श्याम। जय जय आरती…
Read More
बद्रीनाथ जी की आरती: भगवान विष्णु की दिव्य आराधना का मधुर स्वरूप

बद्रीनाथ जी की आरती: भगवान विष्णु की दिव्य आराधना का मधुर स्वरूप

हिमालय की गोद में स्थित चारधामों में से एक प्रमुख धाम है बद्रीनाथ। यह तीर्थ भगवान विष्णु को समर्पित है और सनातन परंपरा में इसका विशेष महत्व है। बद्रीनाथ जी की आरती को सुनना, पढ़ना या करना भक्तों को आध्यात्मिक शांति और मोक्ष के पथ पर अग्रसर करता है। इस लेख में हम Badrinath Ji Ki Aarti से जुड़े भाव, उसकी करने की विधि और उसके लाभों पर चर्चा करेंगे। बद्रीनाथ जी की आरती पवन मंद सुगंध शीतल, हेम मंदिर शोभितम्,निकट गंगा बहत निर्मल, श्री बद्रीनाथ विश्व्म्भरम्। शेष सुमिरन करत निशदिन, धरत ध्यान महेश्वरम्,वेद ब्रह्मा करत स्तुति, श्री बद्रीनाथ विश्वम्भरम्।॥…
Read More
Shanta Durgechi Aarti: शांति और शक्ति की प्रतीक देवी की आरती

Shanta Durgechi Aarti: शांति और शक्ति की प्रतीक देवी की आरती

शांतादुर्गा देवी गोवा की प्रमुख आराध्या देवी हैं, जिन्हें शांति और शक्ति की अधिष्ठात्री देवी के रूप में पूजा जाता है। यह आरती विशेष रूप से उन भक्तों के लिए अत्यंत फलदायी मानी जाती है जो अपने जीवन में संतुलन, मानसिक शांति और शक्ति प्राप्त करना चाहते हैं। Shanta Durgechi Aarti न केवल भक्त के मन को शुद्ध करती है, बल्कि घर के वातावरण में भी दिव्यता और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है। आइए जानते हैं इस पावन आरती का सही ढंग, लाभ और उसका महात्म्य। आरती जय देवी जय देवी जय शांते जननी,दुर्गे बहुदु:खदमने रतलो तव भजनी। भूकैलासा…
Read More
महावीर प्रभु की आरती: अहिंसा और आत्मज्ञान की आराधना

महावीर प्रभु की आरती: अहिंसा और आत्मज्ञान की आराधना

महावीर स्वामी जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर हैं, जिनका जीवन तप, त्याग और अहिंसा का आदर्श उदाहरण है। उनकी आरती करना न केवल एक धार्मिक कृत्य है, बल्कि आत्मा को शुद्ध करने का माध्यम भी है। “महावीर प्रभु की आरती” भक्तों को शांत चित्त, सद्गुणों की प्राप्ति और आत्मिक बल देती है। इस लेख में हम आरती के साथ उसकी विधि और लाभ पर विस्तृत रूप से चर्चा करेंगे। महावीर प्रभु की आरती जय महावीर प्रभो, स्वामी जय महावीर प्रभो,कुंडलपुर अवतारी, त्रिशलानंद विभो।ॐ जय… सिद्धारथ घर जन्मे, वैभव था भारी, स्वामी वैभव था भारी,बाल ब्रह्मचारी व्रत पाल्यौ तपधारी।ॐ जय… आतम…
Read More
राम रक्षा स्तोत्र: श्रीराम का दिव्य कवच जो देता है अटूट सुरक्षा और शांति

राम रक्षा स्तोत्र: श्रीराम का दिव्य कवच जो देता है अटूट सुरक्षा और शांति

एक अत्यंत पावन और शक्तिशाली स्तोत्र है जिसकी रचना महर्षि बुद्धकौशिक द्वारा की गई थी। यह स्तोत्र भगवान श्रीराम की कृपा प्राप्त करने और जीवन में सुख, शांति, और सुरक्षा पाने का श्रेष्ठ माध्यम माना जाता है। इसकी प्रत्येक पंक्ति भक्त के जीवन से भय, संकट और शत्रुओं का नाश करती है। इस लेख में हम राम रक्षा स्तोत्र के लाभ, विधि और महत्व को सरल, मानव-स्पर्शी भाषा में प्रस्तुत कर रहे हैं। Ram Raksha Stotra ॥विनियोग:॥ अस्य श्रीरामरक्षास्त्रोतमन्त्रस्य बुधकौशिक ऋषिः।श्री सीतारामचंद्रो देवता।अनुष्टुप छंदः। सीता शक्तिः।श्रीमान हनुमान कीलकम।श्री सीतारामचंद्रप्रीत्यर्थे रामरक्षास्त्रोतजपे विनियोगः। ॥अथ ध्यानम॥ ध्यायेदाजानुबाहुं धृतशरधनुषं बद्धपद्मासनस्थं,पीतं वासो वसानं नवकमल दलस्पर्धिनेत्रं…
Read More
द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्रम् | Dwadash Jyotirling Stotram: शिव भक्ति का दिव्य स्तुति स्रोत

द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्रम् | Dwadash Jyotirling Stotram: शिव भक्ति का दिव्य स्तुति स्रोत

सनातन धर्म में भगवान शिव के द्वादश ज्योतिर्लिंग अत्यंत पूजनीय हैं। इन बारह स्थानों पर भगवान शिव स्वयं शिवलिंग रूप में विराजमान हैं। 'द्वादश ज्योतिर्लिंग स्तोत्रम्' भगवान शिव की स्तुति में रचा गया एक दिव्य स्तोत्र है जो इन बारह ज्योतिर्लिंगों का गुणगान करता है। इस स्तोत्र का पाठ भक्तों को शिव कृपा, भय से मुक्ति और आत्मबल प्रदान करता है। Dwadash Jyotirling Stotram सौराष्ट्रदेशे विशदेऽतिरम्ये ज्योतिर्मयं चन्द्रकलावतंसम् !भक्तप्रदानाय कृपावतीर्णं तं सोमनाथं शरणं प्रपद्ये !! 1 !! श्रीशैलशृङ्गे विविधप्रसङ्गे शेषाद्रिशृङ्गेऽपि सदा वसन्तम् !तमर्जुनं मल्लिकपूर्वमेनं नमामि संसारसमुद्रसेतुम् !! 2 !! अवन्तिकायां विहितावतारं मुक्तिप्रदानाय च सज्जनानाम् !अकालमृत्योः परिरक्षणार्थं वन्दे महाकालमहासुरेशम् !! 3…
Read More
गणेश संकट नाशन स्तोत्र |Ganesh Sankat Nashan Stotram: संकट हरने वाला दिव्य स्तोत्र

गणेश संकट नाशन स्तोत्र |Ganesh Sankat Nashan Stotram: संकट हरने वाला दिव्य स्तोत्र

भगवान श्री गणेश को विघ्नहर्ता कहा गया है वह देवता जो हमारे जीवन की सभी बाधाओं और संकटों को हर लेते हैं। Ganesh Sankat Nashan Stotram एक ऐसा दिव्य स्तोत्र है जिसका पाठ करने से जीवन में आ रहे संकटों का नाश होता है और सुख, शांति एवं समृद्धि का आगमन होता है। इस लेख में हम आपको इस स्तोत्र की विधिपूर्वक पाठ विधि, लाभ और इसके महत्व के बारे में बताएंगे। Ganesh Sankat Nashan Stotram !! ॐ श्री गणेशायनमः !!प्रणम्यं शिरसा देव गौरीपुत्रं विनायकम,भक्तावासं: स्मरैनित्यंमायु:कामार्थसिद्धये !! 1 !! प्रथमं वक्रतुंडंच एकदंतं द्वितीयकम,तृतीयं कृष्णं पिङा्क्षं गजवक्त्रं चतुर्थकम !! 2 !! लम्बोदरं पंचमं च षष्ठं विकटमेव च,सप्तमं…
Read More
Aditya Hridaya Stotra |आदित्य हृदय स्तोत्र : सूर्य उपासना का चमत्कारी स्तोत्र

Aditya Hridaya Stotra |आदित्य हृदय स्तोत्र : सूर्य उपासना का चमत्कारी स्तोत्र

हिंदू धर्म में सूर्य देव को प्रत्यक्ष देवता माना गया है। जीवनदायी ऊर्जा के स्रोत सूर्य भगवान की उपासना से न केवल शारीरिक बल प्राप्त होता है, बल्कि मानसिक और आत्मिक शांति भी मिलती है। Aditya Hridaya Stotra एक अत्यंत प्रभावशाली स्तोत्र है जिसे स्वयं महर्षि अगस्त्य ने श्रीराम को रावण वध से पूर्व बताया था। यह स्तोत्र मन, आत्मा और शरीर को शक्ति देने वाला माना जाता है। इस लेख में हम जानेंगे इस स्तोत्र की विधि, लाभ और उसका महत्व। Aditya Hridaya Stotra ततो युद्धपरिश्रान्तं समरे चिन्तया स्थितम् ,रावणं चाग्रतो दृष्टवा युद्धाय समुपस्थितम् ॥1॥ दैवतैश्च समागम्य द्रष्टुमभ्यागतो रणम्,उपगम्याब्रवीद्…
Read More
श्री विंध्येश्वरी स्तोत्र लिरिक्स : माता की कृपा का जीवनत्मक मन्त्र

श्री विंध्येश्वरी स्तोत्र लिरिक्स : माता की कृपा का जीवनत्मक मन्त्र

मातृ शक्ति श्री विंध्यावासीनी की ये चमत्कारी स्तोत्र पाठे जाने के बाद जीवन की सभी बाधाओं का नाश हो जाता है। यह स्तोत्र श्री विंध्येश्वरी देवी की चार्या और निजाता को सुनित करता है। यह ना केवल जीव की कृपा चाहती है जो भक्तों की मनोकामन्यता और आध्यात्मा की रक्षा कारण करती है। Vindheshwari Stotra Lyrics निशुम्भ-शुम्भ-गर्जनीं, प्रचण्ड-मुण्ड-खण्डिनीम्…वने रणे प्रकाशिनीं भजामि विन्ध्यवासिनीम् !! त्रिशुल-मुण्ड-धारिणीं धरा-विघात-हारिणीम्…गृहे-गृहे निवासिनीं भजामि विन्ध्यवासिनीम् !! दरिद्रदुःख-हारिणीं, सदा विभुतिकारिणीम्…वियोग-शोक-हारिणीं, भजामि विन्ध्यवासिनीम् !! लसत्सुलोल-लोचनं लतासनं वरप्रदम्…कपाल-शुल-धारिणीं, भजामि विन्ध्यवासिनीम् !! कराब्जदानदाधरां, शिवाशिवां प्रदायिनीम्…वरा-वराननां शुभां भजामि विन्ध्यवासिनीम् !! ऋषिन्द्रजामिनीप्रदां, त्रिधा स्वरूप-धारिणीम्…जले स्थले निवासिनीं, भजामि विन्ध्यवासिनीम् !! विशिष्ट-शिष्ट-कारिणीं, विशाल रूप-धारिणीम्…महोदरे विलासिनीं,…
Read More