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May
बाबा बालकनाथ जी की आरती और जीवन की निष्ठा उनके क्षेत्र भक्तों को अमोच्क श्ांति और आध्यात्मा प्रदान करती है। यह आरती नकी ज्योति स्बास की चीन और अास्था की ज्योति ने भक्त जीवन को क्षेत्रछय की ओर बाग का रास्ता दिया है। इस लेख में और आरती की जानकारी, कार्य की विधि और उसके लाभ की चर्चा की गई है। आरती ॐ जय कलाधारी हरे,स्वामी जय पौणाहारी हरे।भक्त जनों की नैया,दस जनों की नैया।भव से पार करे,ॐ जय कलाधारी हरे ॥बालक उमर सुहानी,नाम बालक नाथा।अमर हुए शंकर से,सुन के अमर गाथा ।ॐ जय कलाधारी हरे ॥ शीश पे बाल…