” गिर रहे गंगा के जलस्तर को बढ़ाने के लिए गंगा सेवियों ने प्रशासन से की अपील “
” प्राचीन विष्णु तीर्थ आदिकेशव पर नमामि गंगे ने जगाई स्वच्छता की अलख “
गंगा एवं वरुणा के संगम स्थल पर स्थित प्राचीन आदिकेशव तीर्थ पर गुरुवार को नमामि गंगे के सदस्यों ने पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाई । भीषण गर्मी में सदानीरा सुरसरि गंगा के जलस्तर में लगातार हो रही कमी के दृष्टिगत गंगा सेवक राजेश शुक्ला ने कानपुर बैराज से पानी छोड़ने की अपील भी की । काशी के घाट श्रृंखला के अंतिम घाट आदिकेशव पर स्वच्छता अभियान चलाया गया । साफ – सफाई बनाए रखने के लिए लोगों को लाउडस्पीकर द्वारा जागरूक किया गया । मत्यस्यपुराण के अनुसार प्रथम विष्णु तीर्थ भगवान आदिकेशव एवं मां गंगा की आरती उतारकर भारत के लिए समृद्धि एवं आरोग्य की कामना की गई । नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने कहा कि आदि का अर्थ है “उत्पत्ति” और केशव शब्द भगवान विष्णु का एक रूप है। भगवान विष्णु ने आदि केशव की स्वयं स्थापना की है। यह मंदिर काशी के प्राचीन मंदिरों में से एक है। मां गंगा का प्राकट्य भी भगवान विष्णु के चरण कमल से हुआ है। कहा कि भगवान श्री आदि केशव से हमने गंगा की अविरलता और निर्मलता की गुहार लगाई है । गंगा का पानी काफी तेजी से नीचे जा रहा है । प्रशासन से अपील है कि कानपुर बैराज से गंगाजल का प्रवाह बढ़ाया जाए । आयोजन में प्रमुख रूप से नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला, वैभव कुशवाहा, यीशु राजभर, दिलीप राय, विनय यादव, अर्पित सिंह आदि मौजूद रहे ।