दिल्ली में दम घुटने से छात्रों की मौत के बाद स्थानीय प्रशासन का सख्त रुख
दिल्ली में एक डिजिटल लाइब्रेरी में दम घुटने से कई छात्रों की मौत के बाद चंदौली के प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए डिजिटल लाइब्रेरी की स्थिति का जायजा लेना शुरू किया है। गुरुवार को एसडीएम सकलडीहा, अनुपम मिश्रा, ने धानापुर स्थित कई डिजिटल लाइब्रेरियों का निरीक्षण किया, जहां लाइब्रेरी संचालकों द्वारा मानकों की खुलकर अनदेखी की जा रही थी।
वाहन पार्किंग एरिया में बनाई लाइब्रेरी, आपातकालीन संसाधनों का अभाव
निरीक्षण के दौरान पाया गया कि गाड़ी पार्किंग के लिए बने भूतल को लाइब्रेरी के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। लाइब्रेरी का न तो कहीं रजिस्ट्रेशन था और न ही फायर सेफ्टी के लिए कोई व्यवस्था थी। आपातकाल की स्थिति में सुरक्षित रूप से निकलने के लिए कोई एक्सिट गेट भी नहीं था, जबकि लाइब्रेरी के अंदर लोगों की भारी भीड़ मौजूद थी। इन लाइब्रेरियों में सुरक्षा मानकों की घोर अनदेखी को देखते हुए एसडीएम ने लाइब्रेरी संचालकों को तुरंत नोटिस जारी कर दिया।
डिजिटल लाइब्रेरी का व्यवसायीकरण, मानकों की अनदेखी
आधुनिक युग में डिजिटल लाइब्रेरी की बढ़ती लोकप्रियता के साथ, उनका व्यवसायिकरण तेजी से हो रहा है। कई जगहों पर बिना किसी रजिस्ट्रेशन या सुरक्षा मानकों के, डिजिटल लाइब्रेरी खोली जा रही हैं, जहां छात्र-छात्राएं अपनी पढ़ाई के लिए आते हैं। लेकिन इनमें से अधिकांश लाइब्रेरी सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज नहीं हैं और ना ही इनके पास किसी प्रकार की आपातकालीन स्थिति से निपटने के साधन हैं।
जांच में मिली खामियां, लाइब्रेरी संचालकों को मिला नोटिस
एसडीएम अनुपम मिश्रा द्वारा धानापुर के अशोक डिजिटल लाइब्रेरी, आलोक लाइब्रेरी, बाबा कीनाराम लाइब्रेरी और अन्य डिजिटल लाइब्रेरियों का निरीक्षण किया गया। इन लाइब्रेरियों में सुरक्षा मानकों की व्यापक अनदेखी पाई गई। परिणामस्वरूप, सभी लाइब्रेरी संचालकों को नोटिस जारी किए गए हैं, और प्रशासन ने लाइब्रेरियों को मानकों के अनुसार सुधार करने के निर्देश दिए हैं।
यह कार्रवाई दिल्ली की घटना के बाद सुरक्षा और आपातकालीन व्यवस्था के प्रति प्रशासन की सतर्कता को दर्शाती है। डिजिटल लाइब्रेरी संचालकों को मानकों का पालन सुनिश्चित करने की सख्त जरूरत है, ताकि छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता दी जा सके और भविष्य में ऐसी किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
ब्यूरो चीफ गणपत राय की रिपोर्ट