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साल 2024: हृदय स्वास्थ्य पर एक गंभीर दृष्टिकोण

हृदय स्वास्थ्य पर एक गंभीर दृष्टिकोण
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हृदय रोगों में बढ़ोतरी: वैश्विक और भारतीय परिदृश्य
साल 2024 हृदय स्वास्थ्य के लिहाज से चुनौतीपूर्ण रहा। भारत सहित दुनिया के कई देशों में हृदय रोगों और इसके कारण होने वाली मौतों के मामलों में बढ़ोतरी देखी गई। विशेष रूप से कोरोना महामारी के बाद, हृदय से जुड़ी बीमारियों की रिपोर्टिंग में इजाफा हुआ है। यह स्थिति न केवल भारत के लिए बल्कि वैश्विक स्तर पर भी चिंता का विषय है।

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हृदय रोगों के कारण लाखों मौतें


हृदय रोग, जिसे कार्डियोवैस्कुलर डिजीज (सीवीडी) कहा जाता है, दुनियाभर में पुरुषों और महिलाओं की मौत का प्रमुख कारण बना हुआ है। साल 2024 में अकेले भारत में हृदय की गंभीर समस्याओं के कारण लाखों मौतें दर्ज की गईं। हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट के मामलों ने इस साल सुर्खियां बटोरीं।

प्रमुख हस्तियों का निधन: एक झटका

ऋतुराज सिंह: 20 फरवरी, 2024 को 59 वर्षीय लोकप्रिय टेलीविजन अभिनेता ऋतुराज सिंह का कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया।
कविता चौधरी: प्रसिद्ध अभिनेत्री कविता चौधरी की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई।
विकास सेठी: 48 वर्षीय टीवी एक्टर और मॉडल विकास सेठी की हार्ट अटैक के कारण मौत हो गई।
इन घटनाओं ने हृदय स्वास्थ्य के प्रति लोगों का ध्यान केंद्रित किया।
भारत-पाक क्रिकेट मैच के दौरान मौत की घटना
टी-20 विश्वकप में भारत-पाकिस्तान के मैच को देखने पहुंचे मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) अध्यक्ष अमोल काले का सोमवार (10 जून) को कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया। वे मात्र 47 वर्ष के थे। यह घटना एक बार फिर हृदय स्वास्थ्य को लेकर सतर्कता की आवश्यकता को रेखांकित करती है।

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हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट: क्या है अंतर?


यह समझना बेहद जरूरी है कि हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट दो अलग स्थितियां हैं:

हार्ट अटैक: यह तब होता है जब हृदय तक रक्त पहुंचाने वाली धमनियों में रुकावट आ जाती है।
कार्डियक अरेस्ट: यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब दिल अचानक धड़कना बंद कर देता है।
कोरोना महामारी का प्रभाव और वैक्सीनेशन पर सवाल
कोरोना महामारी के बाद हृदय स्वास्थ्य पर अतिरिक्त दबाव पड़ा। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि वैक्सीनेशन के कारण हार्ट अटैक और वयस्कों में मृत्यु दर बढ़ी है।
हालांकि, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने यह स्पष्ट किया है कि कोविड-19 वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है। आईसीएमआर के मुताबिक, वैक्सीनेशन और हृदय रोगों के मामलों में कोई संबंध नहीं है।

हृदय रोगों से बचने के उपाय


हृदय स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए निम्नलिखित उपाय अपनाने जरूरी हैं:

लाइफस्टाइल सुधारें: नियमित व्यायाम और संतुलित आहार को अपनाएं।
ब्लड प्रेशर और शुगर की जांच करें: समय-समय पर जांच कर इसे नियंत्रित रखें।
सीपीआर तकनीक सीखें: हार्ट अटैक की स्थिति में सीपीआर जान बचाने में सहायक हो सकता है।
आने वाले साल 2025 के लिए तैयारी
डॉक्टरों और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि हृदय रोगों से बचाव के लिए जागरूकता बढ़ाने और समय पर कदम उठाने की आवश्यकता है। साल 2025 में हृदय रोगों के मामलों पर नियंत्रण पाने के लिए अभी से प्रयास शुरू करने होंगे।

निष्कर्ष


साल 2024 ने हमें हृदय स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहने का सबक दिया है। यह समय है कि हम अपनी जीवनशैली में सुधार लाएं, नियमित स्वास्थ्य जांच कराएं और हृदय रोगों के बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाएं। जागरूकता और समय पर इलाज से इस गंभीर समस्या को काफी हद तक कम किया जा सकता है।

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