केंद्र सरकार ने कर्मचारियों के लिए यूनिफाइड पेंशन स्कीम (यूपीएस) पेश की है, जो मौजूदा राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (एनपीएस) का विकल्प होगी। यह नई योजना कर्मचारियों को रिटायरमेंट के बाद बेहतर वित्तीय सुरक्षा देने के उद्देश्य से तैयार की गई है। यूपीएस के दिशानिर्देश दिसंबर 2024 तक तैयार हो जाएंगे, और इसे 1 अप्रैल 2025 से लागू किया जाएगा।
यूपीएस और एनपीएस में मुख्य अंतर
यूपीएस और एनपीएस के बीच कई महत्वपूर्ण अंतर हैं, जो इसे अधिक आकर्षक बनाते हैं:
फंड में 100% निवेश का विकल्प
यूपीएस में कर्मचारियों को उनके पेंशन फंड में जमा 100% राशि निवेश करने का विकल्प मिलेगा।
एनपीएस: केवल 50% तक निवेश की अनुमति।
यूपीएस: पूरी राशि का निवेश संभव।
एकमुश्त राशि का अभाव
एनपीएस: रिटायरमेंट के समय 60% राशि एकमुश्त मिलती है।
यूपीएस: एकमुश्त राशि का विकल्प नहीं, पूरी राशि पेंशन में परिवर्तित होगी।
सरकारी योगदान में वृद्धि
एनपीएस: सरकार 14% योगदान देती है।
यूपीएस: यह बढ़कर 18.50% होगा।
पेंशन फंड का वितरण और लाभ
यूपीएस में कुल जमा राशि का 20% हिस्सा पेंशन फंड में जाएगा, जबकि बाकी 8.50% राशि एक विशेष पूल में जमा होगी। यह पूल राशि तब काम आएगी जब रिटायरमेंट के बाद कर्मचारी की पेंशन उसके अंतिम वेतन के 50% से कम होगी।
उदाहरण:
यदि किसी कर्मचारी का अंतिम वेतन ₹1,00,000 है और पेंशन ₹46,000 बनती है, तो पूल से शेष ₹4,000 का प्रावधान किया जाएगा, ताकि पेंशन ₹50,000 तक पहुंच सके।
एनपीएस बनाम यूपीएस: विशेषज्ञों की राय
विशेषज्ञों का मानना है कि यूपीएस एनपीएस से बेहतर विकल्प है।
पेंशन में वृद्धि की संभावना: यूपीएस में पेंशन की राशि अधिक हो सकती है।
पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) की तुलना: हालांकि, यूपीएस ओपीएस जितनी लाभकारी नहीं है।
आश्रितों को क्या लाभ मिलेगा?
यूपीएस में कर्मचारी की मृत्यु के बाद उसकी पत्नी या आश्रित को विशेष लाभ मिलेगा:
पेंशन का विकल्प
पत्नी चाहें तो पेंशन का चयन कर सकती हैं।
एकमुश्त राशि
यदि पत्नी एकमुश्त राशि चाहती हैं, तो उन्हें पूल फंड से यह राशि मिलेगी।
आश्रित को लाभ
पत्नी की मृत्यु के बाद पूल फंड की राशि आश्रित को दी जाएगी, लेकिन पेंशन का विकल्प नहीं रहेगा।
कर्मचारियों के लिए क्या बेहतर है?
यूपीएस एनपीएस का एक बेहतर विकल्प है, जो कर्मचारियों को अधिक पेंशन और निवेश में लचीलापन प्रदान करता है।
एनपीएस के मुकाबले अधिक पेंशन
हालांकि, यह पुरानी पेंशन योजना जितनी आकर्षक नहीं है। कर्मचारियों को अपनी जरूरत और वित्तीय स्थिति के अनुसार एनपीएस और यूपीएस में से किसी एक विकल्प का चयन करना चाहिए।
यूपीएस के जरिए केंद्र सरकार ने कर्मचारियों को एक आधुनिक और अधिक लाभकारी पेंशन योजना का विकल्प दिया है।यह योजना एनपीएस से बेहतर है, लेकिन ओपीएस की बराबरी नहीं करती।
कर्मचारियों के लिए यह जरूरी है कि वे अपनी भविष्य की आवश्यकताओं और वित्तीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए समझदारी से निर्णय लें।
यूपीएस का उद्देश्य रिटायरमेंट के बाद कर्मचारियों की वित्तीय स्थिति को बेहतर बनाना है। यह कर्मचारियों के लिए एक नई शुरुआत हो सकती है, बशर्ते वे इसे सही तरीके से अपनाएं।