
Varanasi। मिर्जामुराद क्षेत्र के ठठरा गांव निवासी शिव प्रकाश सिंह उम्र (45) वर्ष ने होली के दिन सुबह बच्चों को बाल कटवाने के लिए बोला था गांव में रंग खेल कर घर लौटा तो देखा बच्चों का बाल नही कटा है जिससे नाराज होकर बच्चों का डाटा और गुस्से में कमरे में जाकर अपने लाइसेंसी पिस्टल से खुद को गोली मार ली। गोली की आवाज सुनकर परिजन कमरे में गये तो हालत देख युवक को घायल अवस्था में बीएचयू स्थित ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान एक सप्ताह बाद रविवार की सुबह शिव प्रकाश सिंह उर्फ़ छुन्ना की इलाज के दौरान मौत हो गई। मिर्जामुराद पुलिस ने घटना के दिन ही लाइसेंसी पिस्टल व कारतूस को अपने में कब्जे में ले लिया था। परिजनों का कहना है की क्या पता था की बच्चों के बाल न कटवाने पर शिव प्रकाश नाराज होकर इतना बड़ा कदम उठा लेगा और लाइसेंसी रिवाल्वर जो अपने सुरक्षा के लिए लिया था उसी से अपनी ही कनपटी पर खुद को गोली मार लेगा। पत्नी नीतू सिंह ने बताया कि बच्चों के हल्के-फुल्के विवाद में पिस्तौल निकाल कर आत्महत्या की कोशिश की मृतक तीन पुत्र एक पुत्री का पिता है मृतक के एक भाई श्रीप्रकाश की 10 वर्ष पूर्व श्री प्रकाश की ट्रैक्टर पलटने से मौत हो गई थी। तब से माता-पिता के साथ पोती पोता रह रहे थे। और मृतक शिव प्रकाश सिंह का परिवार अलग रह रहा था मृतक के पिता माता दयाल सिंह व मां श्यामा देवी पत्नी व बच्चों का रो रो कर बुरा हाल रहा।मां रो रो कर कहती रही कि दोनों बेटे की मौत सामने हो गई इस बुढ़ापे में अब सभी बच्चों की परवरिश कैसे करेंगे। बच्चे बुढ़ापे की लाठी बनते है लेकिन भगवान को यही मंजूर था। चर्चा का विषय है कि दोनों भाई दूध का काम शुरुआत में किए थे बाद में ट्रैक्टर खरीद कर खेत जुताई करने के साथ एवं अन्य कार्य भी कर घर को आगे बढ़ाया बेटों ने पिता के सहयोग से कई ट्रैक्टर खरीदा और दोनों भाई मिलकर चलवाते थे भाई के एक्सीडेंट में मौत हो जाने के बाद शिव प्रकाश सिंह टूट गया था और गांव पर रहकर अपनी खेती-बाड़ी में करता था। मौत की सूचना पर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। मृतक की मां श्यामा देवी का कहना है कि जान माल की सुरक्षा के लिए पिस्टल खरीदा था कौन जानता था वही पिस्टल जान ले लेगा।