शव रखकर मडुवाडीह पुलिस के खिलाफ हुवा विरोध प्रदर्शन
सोनू की हत्या के बाद मडुवाडीह पुलिस पर उठा सवाल
वाराणसी।लोकसभा चुनाव से पहले जिले के सभी थाने की पुलिस अपने-अपने क्षेत्र के हिस्ट्रीशीटरों की जानकारी और उनकी गतिविधि का पता लगाकर वेरीफिकेशन कर लेने का दावा कर रहे हैं।मडुवाडीह पुलिस ने भी एरिया डोमिनेशन के जरिये बुधवार को ही दावा किया था कि थाने के गुंडा, गैंगस्टर, हिस्ट्रीशीटर समेत दूसरे किस्म के अपराधियों को सूचीबद्ध किया जा चुका है।थाने द्वारा एरिया डोमिनेशन के तहत किये गए फ्लैग मार्च के दूसरे ही दिन गुरुवार की रात को अपराधियों ने जलालीपट्टी में नाथुपुर निवासी थाने के हिस्ट्रीशीटर सोनू यादव को नाइन एम एम पिस्टल की मदद से कई राउंड फायरिंग कर निशाना बनाया और मौत के घाट उतार दिया।घटना के बाद क्षेत्र में दहशत फैल गई।दबी जुबां से लोग पुलिसकर्मियों को कभी क्षेत्र में गश्त न करने का आरोप भी लगाया।कहा कि पुलिस की गश्त न होने से अराजक तत्व प्रतिदिन सक्रिय रहते हैं।आरोप लगाया कि क्षेत्र के अराजक तत्वों से खुद पुलिस भी मिली रहती है जिसके कारण आम आदमी थाने पर जाकर शिकायत करने की हिम्मत तक नहीं जुटा पाता।कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने भी घटना के बाद मडुवाडीह थानेदार से नाराजगी जताते हुए उनको सुधर जाने की चेतावनी भी दी है।
सोनू ने जान का खतरा बताते हुए पुलिस को शिकायत की थी
हिस्ट्रीशीटर सोनू यादव की गोली मारकर हुई हत्या में शक की सुई पुराने लोगों से हुई रंजीश पर टिकी है।मडुवाडीह पुलिस में सोनू ने कुछ माह पूर्व ही भाई राकेश यादव उर्फ चंदू पर हुए जानलेवा हमले के बाद खुद के जान को भी खतरा बताते हुए तहरीर दी थी।उसने बताया था कि पूर्व में उसके पिता रामाशीष यादव की भी हत्या हो चुकी है।इससे पूर्व रहे थानेदार विमल मिश्रा व थाने के क्राइम इंचार्ज शुभेंदु दीक्षित ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कुछ लोगों को पाबंद भी किया था।क्षेत्र में वह खुद सक्रिय रहते थे।उनका स्थानांतरण हो जाने के बाद नवागत थानेदार ने मामले को हमेशा हल्के में लिया जिसके कारण इतनी बड़ी घटना हो गई।जबकि यहां पहले से ही गंगवार के अंदेशे की आशंका बनी हुई थी।
छावनी में तब्दील रहा इलाका
वाराणसी।घटना के बाद पूरे क्षेत्र में कमिश्नर के आदेश पर फ़ोर्स लगातार दूसरे दिन शुक्रवार को भी तैनात रही।जलालीपट्टी क्षेत्र में रहने वाले स्थानीय लोग इस घटना से डरे सहमे नजर आए।कुछ लोगों ने बताया कि सोनू को शराब पीने की लत थी। अंडा के दुकान पर किसी से उसकी झड़प भी हुई थी।
पुलिस ने लगभग आधा दर्जन को उठाया
हत्याकांड मामले में मंडुवाडीह पुलिस व क्राइम ब्रांच की टीम ने छापेमारी कर लगभग आधा दर्जन लोगों को उठा कर पूछताछ कर रही है।
सीसीटीवी कैमरों को खंगालने में जुटी पुलिस
सोनू यादव के हत्या के बाद से ही पुलिस टीम एसीपी संजीव शर्मा के नेतृत्व में आसपास लगे सभी सीसीटीवी फुटेज को खंगाल कर आरोपियों की पहचान करने में जुटी हुई है।
सोनू पर लंका व मंडुवाडीह थाने में दर्ज थे मुकदमें
मृतक सोनू यादव के ऊपर लंका व मंडुवाडीह थाने में हत्या के प्रयास समेत अन्य मामलों में मुकदमे दर्ज थे, पुलिस सूत्रों की मानें तो एक युवक से कुछ दिनों पहले मृतक का विवाद हुआ था और उसने सोनू यादव को देख लेने की धमकी भी दी थी।
शव रखकर किया चक्काजाम
वाराणसी।पीएम से सोनू का शव नाथुपुर स्थित घर ले जाते समय समर्थकों ने नाथुपुर रेलवे क्रासिंग पर सांयकाल लगभग साढ़े सात बजे शव रखकर चक्काजाम कर दिया।लोगों का आरोप था कि पुलिसकर्मी हमलावरों के साथ उठते-बैठते थे।हत्यारों को फांसी देने या एनकाउंटर करने संग घर तुरंत बुलडोजर से गिराने की मांग करते हुए शव नाथुपुर डगरा पर रखकर लगभग दो घण्टे तक चक्काजाम चलता रहा।समाचार दिए जाने तक पुलिस इन लोगो को समझाने में जुटी हुई थी।