शिक्षक का शव घर पहुंचते ही दहाड़ मारकर रो पड़ा परिवार, अंतिम दर्शन को उमड़ी भारी भीड़

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वाराणसी।मुजफ्फरनगर में सिपाही ने शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी थी। मंगलवार को शव वाराणसी के कन्दवा स्थित टीचर्स कॉलोनी उनके घर पहुंचा तो परिवार में कोहराम मच गया। घरवालों का रोना-बिलखना देख हर किसी की आंखें भर आईं।
मुजफ्फरनगर जनपद में वाराणसी से उत्तर पुस्तिकाएं लेकर गए शिक्षक और सिपाही के बीच विवाद के बाद शिक्षक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। नशे की हालत में सिपाही ने शिक्षक की गोली मारकर हत्या की थी। शव पोस्टमार्टम बाद परिजन लेकर वाराणसी पहुंचे तो कोहराम मच गया।
परिजनों की चीख-पुकार सुनकर हर किसी की आंखें भर आईं। घर के बाहर भारी भीड़ जुट गई। घरवालों को लोग ढांढस बंधाते रहे। शिक्षक के अंतिम दर्शन को भारी संख्या में भीड़ पहुंची।
मृत शिक्षक का शव जब पहुँचा तो बौद्ध की करुणा हो,धर्मेंद्र अमर रहे का नारा गूंज उठा और सबकी आंखे नम हो गई।बड़ी संख्या में पहुचे शिक्षक व परिवारीजन सहित सैकड़ों की संख्या में पहुचे लोग इस घटना की निंदा करते सुने गए।लोगो ने यह भी आरोप लगाया कि प्रशासन की लापरवाही से इतनी बड़ी घटना हुई।
मुजफ्फरनगर में हुई घटना के बाद पोस्टमार्टम होने के बाद शव जब खैरा क्षेत्र के शिक्षक धर्मेंद्र के घर मंगलवार को 5 बजकर 3 मिनट पर पहुचा तो माँ हिरौता देवी व पत्नी रूपा देवी दहाड़े मारकर रोने लगी।आस पास की महिलाओं व लोगो का कलेजा मुह को आ गया।
मौके पर पहुचे आधा दर्जन भंते(बौद्ध धर्म के पुजारी) बौध्द रीति से संस्कार करवाने के बाद शव को ले जाने के लिए तैयार हुए तभी परिजन मौके पर जिलाधिकारी की मांग पर अड़ गए।
मौके पर 6 बज कर 31 मिनट पर पहुचे जिलाधिकारी एस राजलिंगम ने शव पर पुष्प अर्पित कर भाई जितेंद्र व परिवार के साथ आधा घण्टे तक पत्नी जो भदोही जिले में शिक्षक है को वाराणसी में पोस्टिंग,भाई जितेंद्र को नौकरी,बची हुई नौकरी के वेतन को एकमुश्त दिलाने सहित विभिन्न मांगों पर वार्ता कर 6 बजकर 57 मिनट पर वापस गए।तब जाकर शव को गाड़ी पर रखकर पुलिस अभिरक्षा में रवाना हुआ।मौके पर थाना मंडुवाडीह, रोहनिया, लोहता,एसीपी रोहनिया व पीएसी मौजूद रही।

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