सीएम योगी के निर्देश पर मेदांता अस्पताल के विशेषज्ञों ने प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को दिया फर्स्ट एड का प्रशिक्षण
राहत आयुक्त कार्यालय की ओर से आयोजित प्रशिक्षण शिविर में शिक्षकों ने जाना प्राथमिक चिकित्सा का महत्व
प्राथमिक चिकित्सा के ज्ञान से शिक्षक करेंगे स्वस्थ भविष्य का निर्माण: जीएस नवीन
लखनऊ, 11 मार्च: अगर किसी को अचानक से हार्ट अटैक आ जाए, सांप काट ले, पैरालिसिस या फिर स्ट्रोक पड़ जाए और कभी भी कोई व्यक्ति दुर्घटनाग्रस्त हो जाए, तब ऐसी स्थिति में प्राथमिक उपचार से काफी हद तक लाभ मिलता है। इससे व्यक्ति की जान बचाई जा सकती है। इसका प्रशिक्षण (फर्स्ट एड अर्थात प्राथमिक चिकित्सा) सोमवार को मेदांता अस्पताल के विशेषज्ञों ने प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को दियो। बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर राहत आयुक्त कार्यालय की ओर से लखनऊ के 50 शिक्षकों के ग्रुप को प्रशिक्षण दिया गया। इस प्रशिक्षण में उन्हें हादसों से बचाव के तरीके, फर्स्ट एड से संबंधित सभी तकनीकी शिक्षा, सांप के काटने पर प्राथमिक चिकित्सा, सीपीआर व अन्य प्रकार की मेडिकल संबंधी जानकारी दी गई।
पायलट प्रोजेक्ट के तहत शिक्षकों को दी गई प्राथमिक चिकित्सा की ट्रेनिंग
राहत आयुक्त जीएस नवीन कुमार ने बताया कि सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यह कार्यक्रम पायलट प्रोजेक्ट के तहत आयोजित कराया गया। इसमें सरकारी विद्यालय के प्राथमिक शिक्षकों को प्राथमिक चिकित्सा से संबंधित अधिक से अधिक जानकारी दी गई। स्वास्थ्य विशेषज्ञों द्वारा प्रैक्टिकल के माध्यम से उन्हें आपात की स्थिति में बचाव के गुर सिखाए गए। इस जानकारी भविष्य में आपदा की स्थिति में काम आएगी। साथ ही इससे जनहानि को कम किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि यह एक दिन का ट्रेनिंग सेशन था। वहीं आने वाले समय में हम शिक्षकों को तीन दिन का बेसिक लाइफ सपोर्ट ट्रेनिंग सेशन कराएंगे, जिससे उन्हें अधिक से अधिक जानकारी मिल सके। उन्होंने कहा कि प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों को प्राथमिक चिकित्सा के ज्ञान से एक स्वस्थ भविष्य का निर्माण होगा।
सांप जिस अंग को डस ले उसे नहीं हिलाना है: डॉ. लोकेंद्र
मेदांता हॉस्पिटल के एसोसिएट डायरेक्टर और प्रमुख, आपातकालीन चिकित्सा और ट्रॉमा केयर, डॉ. लोकेंद्र गुप्ता ने बताया कि यह प्रशिक्षण शिक्षकों के लिए आपात की स्थिति में उनके बहुत काम आएगा। इस दौरान शिक्षकों को सर्पदंश के प्राथमिक उपचार का प्रशिक्षण भी दिया गया। डॉक्टर ने बताया कि यदि सांप ने किसी अंग को डस लिया है तो उस अंग को हिलाना नहीं है और कुछ भी नया प्रयोग नहीं करना है, सीधे नजदीकी अस्पताल पहुंचना है। यदि कोई भी व्यक्ति हृदय संबंधित समस्या से ग्रसित है और अचानक से उसे हार्ट अटैक पड़ता है, तब सीपीआर की जानकारी होना बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि प्रैक्टिकल के तौर पर दी गई जानकारी भविष्य में शिक्षकों के लिए बहुत काम आने वाली है।
मेदांता हॉस्पिटल के डायरेक्टर न्यूरोलॉजी- डॉ. एके. ठाकर ने पैरालिसिस और स्ट्रोक के बारे शिक्षकों को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने एक रूल ‘बी फास्ट’ के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि किसी भी प्रकार की आपात की स्थिति में तुरंत पीड़ित को प्राथमिक उपचार देना चाहिए और जल्द से जल्द नजदीकी क्लिनिक या फिर अस्पताल पहुंचाना चाहिए। उन्होंने बताया कि ज्यादातर मामलों में जागरूकता कम होने के कारण ही मरीज की जान चली जाती है। योगी सरकार व राहत आयुक्त कार्यालय द्वारा कराए जा रहे इस आयोजन के माध्यम से न सिर्फ प्राथमिक शिक्षकों की जागरूकता बढ़ेगी, बल्कि वह इस ज्ञान को छोटे-छोटे बच्चों में भी फैलाएंगे, जिससे एक स्वस्थ भविष्य का निर्माण होगा।