
वाराणसी। पूर्वांचल में शुक्रवार को सुबह से लेकर देर रात तक झमाझम बारिश का सिलसिला जारी रहा। सुबह से ही आसमान में बादलों की आवाजाही शुरू हो गई थी, जो देर रात तक बनी रही। लगातार हो रही बारिश से वातावरण में ठंडक घुल गई और उमस का असर लगभग खत्म हो गया।बारिश से मौसम में आए इस बदलाव ने लोगों को गुलाबी ठंड के शुरुआती एहसास से रूबरू करा दिया है।
मौसम विभाग के अनुसार, वाराणसी में शुक्रवार को 24 घंटे के भीतर 108.8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई। यह आंकड़ा अक्टूबर महीने में पिछले कई वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ रहा है। वहीं, गुरुवार को 23 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई थी। अक्टूबर माह में सामान्यतः इतनी अधिक वर्षा नहीं होती, लेकिन इस बार मानसून की विदाई से पहले बादलों की सक्रियता ने मौसम को पूरी तरह बदल दिया है।
मानसून की विदाई से पहले सक्रिय हुआ मौसम
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, मानसून की विदाई से पहले पूर्वांचल में बादलों की सक्रियता का दौर शुरू हो गया था। दो दिनों से लगातार बने हुए मौसम के इस मिजाज ने शुक्रवार को भी पूरे दिन लोगों को बारिश से तरबतर रखा। सुबह से ही रिमझिम फुहारों का दौर शुरू हुआ, जो दोपहर और शाम को तेज बारिश में तब्दील हो गया।
विभाग ने बताया कि 5 अक्टूबर तक वाराणसी सहित पूरे पूर्वांचल में बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। इसके बाद भी मानसूनी गतिविधियां स्थानीय मौसमीय कारकों के कारण 10 अक्टूबर तक सक्रिय रह सकती हैं। इसका मतलब है कि आने वाले कुछ दिनों तक मौसम का यही मिजाज बना रह सकता है और बीच-बीच में बारिश भी होती रहेगी।
अक्टूबर में सामान्य से अधिक वर्षा
इस बार अक्टूबर माह में पूर्वांचल में औसत से कहीं अधिक वर्षा दर्ज की गई है। आमतौर पर इस समय मानसून की विदाई हो जाती है और बारिश का असर कम हो जाता है, लेकिन इस वर्ष मानसून की शानदार सक्रियता ने लोगों को राहत दी है। वाराणसी, सोनभद्र और आसपास के जिलों में भी पर्याप्त बारिश हुई है, जिससे जलस्तर में सुधार हुआ है और तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गई है।
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, मानसूनी बादलों की इस देरी से विदाई ने अक्टूबर में तापमान को सामान्य से नीचे ला दिया है। लगातार बारिश के चलते दिन और रात के तापमान में गिरावट आई है, जिससे सुबह-शाम हल्की ठंड महसूस की जा रही है।
शहर में कई इलाकों में जलभराव
लगातार बारिश से वाराणसी शहर के कई निचले इलाकों में पानी भर गया है। मुख्य सड़कों, कॉलोनियों और बाजारों में जलभराव की स्थिति देखी गई। नगर निगम की टीमों को कई जगह पंप लगाकर पानी निकालना पड़ा। हालांकि बारिश से किसानों और स्थानीय लोगों को काफी राहत मिली है, लेकिन शहरी क्षेत्रों में जलनिकासी की समस्या फिर से सामने आई है।
गुलाबी ठंड की दस्तक जल्द
लगातार हो रही बारिश और तापमान में गिरावट के कारण अब वाराणसी और पूर्वांचल में गुलाबी ठंड की दस्तक जल्द होने की संभावना है। मौसम विभाग का कहना है कि यदि अगले कुछ दिनों तक बादलों की यही सक्रियता बनी रही तो अक्टूबर के मध्य तक सुबह-शाम की ठंडक और बढ़ जाएगी।
अक्टूबर की इस अप्रत्याशित बारिश ने न केवल रिकॉर्ड तोड़ा है, बल्कि लोगों को ठंड के मौसम की शुरुआती झलक भी दिखा दी है। आने वाले दिनों में पूर्वांचल का मौसम और सुहावना होने की संभावना जताई जा रही है।