
देर रात 10 नामजद समेत 70 वकीलों पर मुकदमा दर्ज
वाराणसी। कचहरी परिसर में दरोगा मिथिलेश कुमार प्रजापति पर हुए हमले के मामले ने घायल दरोगा की तहरीर के आधार पर पुलिस ने कैंट थाने में 10 नामजद और 60 अज्ञात लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। यह मामला रात करीब 12:45 बजे दर्ज हुआ।
नामजद आरोपियों में अजीत कुमार मौर्या, मोहित मौर्या, अजीत वर्मा उर्फ राजा, राजन पांडेय, शेखर यादव, अजीत सिंह, सुमित सिंह, आलोक सौरभ, प्रकाश शंकर श्रीवास्तव और ईशान शामिल हैं। एफआईआर के मुताबिक दरोगा मिथिलेश कुमार प्रजापति चार्जशीट दाखिल करने एसीजेएम प्रथम की कोर्ट में जा रहे थे तभी आरोपियों ने लामबंद होकर लोक सेवक के कर्तव्य पालन में बाधा डाली, और हमला किया। दरोगा को गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की नियत से पीटा। इतना ही नहीं, उन्हें मरणासन्न अवस्था में नाले में फेंक दिया गया।
तहरीर में यह भी उल्लेख है कि हमले के दौरान आरोपियों ने दरोगा का पर्स छीन लिया जिसमें पहचान पत्र, पुलिस परिचय पत्र और ₹4200 नगद थे। उनकी वर्दी भी फाड़ दी गई।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों के खिलाफ हत्या के प्रयास, गैरइरादतन हत्या का प्रयास, बलवा, गैरकानूनी जमावड़ा, धारदार हथियार से हमला, सरकारी कर्मचारी पर हमला, सरकारी कार्य में बाधा, डकैती, डकैती के लिए चोट पहुंचाना और 7 CLA एक्ट समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया गया है।
घटना के बाद मंगलवार देर रात लोगों द्वारा दरोगा को पीटने का सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हुआ था, जिसके आधार पर हमलावरों की पहचान की गई।
उधर, घायल दरोगा का हाल जानने पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल अस्पताल पहुंचे थे। उन्होंने साफ कहा था कि इस मामले में किसी भी दोषी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। कमिश्नर ने दोनों बार के पदाधिकारियों से बातचीत की, जिन्होंने पुलिस कार्रवाई का समर्थन किया।
घटना की सूचना मिलते ही जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार भी कचहरी पहुंचे। उनके पहुंचते ही पूरा परिसर छावनी में तब्दील कर दिया गया। डीएम ने बनारस बार एसोसिएशन और दी सेंट्रल बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों संग बैठक की, जिसके बाद दोनों बार एसोसिएशन ने इस घटना की कड़ी निंदा की। डीएम ने स्पष्ट निर्देश दिए कि दरोगा के साथ मारपीट करने वालों को चिन्हित कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इस घटना ने कचहरी परिसर के माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है और पुलिस की कार्रवाई पर सभी की निगाहें टिकी हैं।