

दूबेपुर गांव में पार्टी पदाधिकारियों और सैकड़ों ग्रामीणों ने मिलकर रखे अपने विचार
त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में पार्टी की हो भागीदारी
वाराणसी जिले के सेवापुरी विधानसभा क्षेत्र के ग्राम सभा घोसिला के दूबेपुर गांव में बुधवार दोपहर सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी की वाराणसी जिला इकाई की ओर से एक बड़ी जन चौपाल आयोजित की गई। इस जन चौपाल का नेतृत्व जिलाध्यक्ष उमेश राजभर ने किया। चौपाल में प्रदेश अध्यक्ष अनिल राजभर सहित जिला इकाई के पदाधिकारी और सैकड़ों की संख्या में स्थानीय ग्रामीण मौजूद रहे।
प्रदेश अध्यक्ष अनिल राजभर ने चौपाल में बोलते हुए कहा कि पार्टी का मुख्य लक्ष्य गांव-गांव तक पहुंच बनाना है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण समाज की समस्याओं को नजदीक से जानना और उनके समाधान की दिशा में काम करना ही संगठन की असली शक्ति है।अनिल राजभर ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि वे जनता से जुड़ाव बनाए रखें और सामाजिक मुद्दों को प्राथमिकता दें।
जिलाध्यक्ष उमेश राजभर ने कहा कि चौपाल जैसे कार्यक्रम केवल संवाद का माध्यम ही नहीं बल्कि संगठन और जनता के बीच विश्वास को मजबूत करने का जरिया भी हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी लगातार गांवों में बैठक कर रही है, जिससे आम लोगों को सीधे तौर पर अपने विचार रखने का अवसर मिलता है।और पार्टी की मजबूती के लिए बूथ तक लोगों को जोड़ना है।और होने वाले आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में ग्राम प्रधान से लेकर पंचायत अध्यक्ष तक पार्टी की अच्छी भागीदारी हो सके।
चौपाल के दौरान कई ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं भी रखीं। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में मूलभूत सुविधाओं जैसे सड़कों की मरम्मत,जल निकासी बिजली की आपूर्ति और बेरोजगारी जैसी दिक्कतें आज भी बनी हुई हैं। कुछ ग्रामीणों ने शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की कमी पर भी चिंता जाहिर की। पदाधिकारियों ने आश्वासन दिया कि इन मुद्दों को संबंधित विभागों और मंचों पर उठाया जाएगा ताकि समय रहते समाधान हो सके।
इस मौके पर संदीप राजभर,राजेश कुमार उर्फ दाढ़ी राजभर,करण राजभर,छपन्न राजभर, भोनू राजभर,संतोष राजभर,पप्पू राजभर, गुलाब राजभर समेत जिला इकाई के सभी पदाधिकारी मौजूद रहे। चौपाल में शामिल स्थानीय ग्रामीणों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई और नेताओं से अपने-अपने सुझाव साझा किए।
बैठक के अंत में प्रदेश और जिला नेतृत्व ने कहा कि संगठन जनता के साथ खड़ा है और संवाद की यह परंपरा आगे भी लगातार जारी रहेगी। गांव-गांव में इस तरह के कार्यक्रम होते रहेंगे ताकि हर वर्ग की आवाज सुनी जा सके।

