वाराणसी में अवैध कारोबार पर सख्ती: नई SOG-2 टीम गठित, जुआ-सट्टा, ड्रग्स व हुक्काबार पर होगी सीधी कार्रवाई

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वाराणसी। शहर में तेजी से फैलते अवैध कारोबार और अनैतिक गतिविधियों पर शिकंजा कसने के उद्देश्य से वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट ने एक बड़ा कदम उठाया है। पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल के निर्देश पर एक नई स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG-2) का गठन किया गया है, जो शहर में जुए, सट्टे, अनैतिक कार्यों, अवैध हुक्काबार और मादक पदार्थों की बिक्री जैसे आंतरिक अपराधों पर सीधे कार्रवाई करेगी।

क्यों बनी SOG-2 टीम?

पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया कि शहर में बढ़ रही अवैध गतिविधियों और उनके पीछे सक्रिय गिरोहों की निगरानी और कार्रवाई के लिए एक अलग, विशेषीकृत टीम की आवश्यकता महसूस की गई। पहले से कार्यरत स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप को अब ‘SOG-1’ नाम दिया गया है, जबकि नई गठित टीम को ‘SOG-2’ नाम दिया गया है। दोनों टीमों के कार्य क्षेत्र भी स्पष्ट रूप से बांटे गए हैं।

SOG-2 टीम को जुए, सट्टे, देह व्यापार, नशीले पदार्थों की तस्करी, अवैध हुक्काबार संचालन जैसी गतिविधियों पर विशेष निगरानी और कठोर कार्रवाई के लिए जिम्मेदार बनाया गया है। वहीं, SOG-1 को लूट, डकैती, चोरी, नकबजनी, वांछित और पुरस्कार घोषित अपराधियों की गिरफ्तारी जैसे मामलों पर फोकस करने को कहा गया है।

DCP क्राइम के नेतृत्व में काम करेगी टीम

नई टीम को क्राइम ब्रांच के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस (DCP) सरवणन टी. के नेतृत्व में कार्य करने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके अलावा अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी समय-समय पर टीम के कार्यों की निगरानी और सुपरविजन करेंगे।

टीम में शामिल किए गए अधिकारी

SOG-2 टीम में चार पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया है:

  • दरोगा अभिषेक पांडेय (थाना चोलापुर, 2019 बैच) को टीम का प्रभारी बनाया गया है।
  • कांस्टेबल सचिन मिश्रा (कैंट थाना)
  • कांस्टेबल अखिलेश कुमार गिरि (सिगरा थाना)
  • कांस्टेबल शैलेंद्र सिंह (रामनगर थाना)
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इन पुलिसकर्मियों को अपराध जगत की गहरी जानकारी, तेज कार्रवाई और गोपनीयता के लिए चुना गया है। टीम के गठन से यह संकेत साफ है कि अब अवैध गतिविधियों में संलिप्त लोगों पर सख्त शिकंजा कसने की तैयारी पूरी कर ली गई है।

शहर के लिए क्या मायने रखती है SOG-2?

यह नई टीम वाराणसी जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक शहर में बढ़ते अपराधों पर अंकुश लगाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल मानी जा रही है। खासकर जुए, सट्टे और नशे के कारोबार के कारण युवा पीढ़ी जिस तरह से प्रभावित हो रही है, उससे निपटने के लिए यह कदम बेहद जरूरी समझा जा रहा है।

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही शहर में अभियान चलाकर अवैध गतिविधियों में संलिप्त लोगों की पहचान कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। सीपी मोहित अग्रवाल ने साफ शब्दों में कहा है कि अपराधियों के लिए अब वाराणसी में कोई जगह नहीं बचेगी।

नई SOG-2 टीम के गठन से वाराणसी पुलिस ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अब कानून का डंडा सिर्फ अपराध होने के बाद नहीं, बल्कि उससे पहले ही उठेगा। इसका उद्देश्य न सिर्फ अपराधियों को पकड़ना है, बल्कि उनके नेटवर्क को भी जड़ से खत्म करना है। आने वाले दिनों में यह टीम किस हद तक सफल होती है, यह तो वक्त बताएगा, लेकिन फिलहाल शहरवासियों को इससे अपराधमुक्त माहौल की उम्मीद जरूर जगी है।