दिल्ली पब्लिक स्कूल वाराणसी में ‘फेनेस्ट्रा (फेनेस्त्र 7.0)” का भव्य समापन, विज्ञान प्रदर्शनी और आईआईएमयून का संगम समारोह

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रोहनिया। दिल्ली पब्लिक स्कूल, वाराणसी के प्रथम चरण में दो दिवसीय ‘फेनेस्ट्रा (फेनेस्त्र 7.0)’ का भव्य समापन हुआ। इस वर्ष प्रतियोगिता का थीम “ड्रीम तो डरे” रहा। इस बहुआयामी अंतर-विद्यालयीय महोत्सव में वाराणसी ज़िले के 15 प्रतिष्ठित विद्यालयों से कक्षा 9 से 12 तक के 750 छात्रों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया।इस अवसर पर विद्यालय में कक्षा 38 तक के नन्हें मुन्हें बच्चों ने शानदार विज्ञान प्रदर्शनी लगाया इस विज्ञान प्रदर्शनी और फेनेस्ट्रा समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. राजेश कुमार एवं डॉ. पुरबी सैकिया जी रहें। मुख्य अतिथि का स्वागत विद्यालय की प्रधानाचार्या मुनमुन सेनगुप्ता ने नीम का पौधा और स्मृति चिह्न भेंट कर किया।इस बहु-आयामी प्रतियोगिता में शहर के प्रतिष्ठित विद्यालयों में सेंट्रल हिन्दू बॉयज़ स्कूल, सेंट्रल हिन्दू गर्ल्स स्कूल, क्रिमसन वर्ल्ड स्कूल, जी.डी. गोयनका पब्लिक स्कूल, ज्ञानदीप अकैडमी, लिटिल फ्लावर स्कूल नगवा, लिटिल फ्लावर हाउस ककरमत्ता, पी डब्लू गुरुकुलम्, संत अतुलानंद कॉन्वेंट स्कूल कोइराजपुर, सेठ एम. आर. जयपुरिया स्कूल बाबतपुर, एस. एस. पब्लिक स्कूल बाबतपुर, सेंट जॉन्स स्कूल महरौली, द आर्यन इंटरनॅशनल स्कूल और डब्ल्यू. एच. स्मिथ स्कूल शामिल थे।
दूसरे दिन के कार्यक्रम के प्रथम चरण में कल्चरनोवा, ग्राउंड ज़ीरो, टेक्टोनिक, शेफ मास्टर, फेस फैंटेसी, फैशन फिएस्टा, रज़्माटाज़, फ्रोजन फ्रेम्स (डिस्प्ले) प्रतियोगिता का आयोजन हुआ। तत्पश्चात दूसरे चरण में पुरस्कार वितरण संपन्न हुआ। फेनेस्ट्रा प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में विभिन्न प्रतियोगिताओं के विशेषज्ञ शामिल थे।
कल्चरनोवा : डॉ. अमित कुमार उपाध्याय, वरिष्ठ सहायक प्रोफेसर, एआईएचसी एवं पुरातत्व विभाग, बीएचयू और डॉ. ज्योति रोहिल्ला राणा, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, इतिहास एवं कला तथा पर्यटन प्रबंधन विभाग, बीएचयू
ग्राउंड ज़ीरो : काशी हिन्दू विश्वविद्यालय पत्रकारिता विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर स्वर्ण सुमन एवं डॉ. बाला लखेंद्र
टेक्टोनिक : प्रोफेसर विमल किशोर व डॉ. अफजल अहमद
शेफ मास्टर : शेफ बिरजू चंदन फेस फैंटेसी एवं फैशन फिएस्टा: राहुल सा, प्रहर दूबे व सारिका दूबे ।रज़्माटाज़ विशाल कृष्णा एवं हैप्पी सिंह
फ्रोजन फ्रेम्स (डिस्प्ले): मनीष खत्री व विनय त्रिपाठी इसके उपरांत दो दिवसीय विजेता दलों को पुरस्कृत किया गया। प्रति वर्ष की भांति मेज़बान टीम होने के कारण दिल्ली पब्लिक स्कूल वाराणसी ने विजेता के रूप में प्रथम स्थान की ट्राफी नहीं ली।तत्पश्चात फेनेस्ट्रा 7.0 की विजेता प्रथम स्थान की ट्रॉफी संत अतुलानंद कान्वेंट स्कूल कोइराजपुर, द्वितीय स्थान पर सेठ एम. आर. जयपुरिया बाबतपुर और तृतीय स्थान ज्ञानदीप अकादमी को प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम के प्रथम चरण के दूसरे भाग में दिल्ली पब्लिक स्कूल वाराणसी में “विज्ञान प्रदर्शनी ” का आयोजन किया गया। “विज्ञान विधिका” के मुख्य अतिथि डॉ. पुराबी सैकिया, जो एक विख्यात वानिकी वैज्ञानिक हैं और राष्ट्रीय विज्ञान पुरस्कार 2024 एवं असम सौरभ पुरस्कार 2024 से सम्मानित हैं, ने विद्यार्थियों को विज्ञान आधारित सतत विकास की दिशा मैं अग्रसर होने की प्रेरणा दी।वहीं जिज्ञासा विंग की विज्ञान प्रदर्शनी का उद्घाटन मुख्य अतिथि के रूप में जज डॉ० राजेश कुमार (प्रोफ़ेसर ऑफ़ आर्गेनिक केमिस्ट्री) जी द्वारा किया गया।6-8 तक के विद्यार्थियों की प्रदर्शनी का मूल्यांकन दो विशिष्ट निर्णायक डॉ. कमलेश एम. पलंदुरकर, प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, जैव रसायन, आईएमएस-बीएचयू तथा श्री स्वप्निल सिंह, प्रतिष्ठित शिक्षक व एलीक्सिर फाउंडेशन द्वारा किया गया।3 से 12 तक के छात्रों के लिए आयोजित विज्ञान प्रदर्शनी में प्रतियोगिता के निर्णायकों (जूरी) के रूप में डॉ विमल किशोर एवं नेहा राठी अपनी सेवाएं प्रदान कीं।इस प्रदर्शनी में छात्रों ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी रचनात्मकता और नवाचार का प्रदर्शन किया। छात्रों के प्रोजेक्ट्स में सौर ऊर्जा, जल संचयन, और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषय शामिल थे।कक्षा 9 से 12 तक के छात्र विज्ञान मॉडल बनाया जिसमें जीवन को पोषण देनाः खाद्य, स्वास्थ्य और कल्याण में नवाचार, भविष्य को जोड़नाः स्मार्ट परिवहन और संचार प्रणाली, स्थायी फसलः इको-फ्रेंडली कृषि में प्रगति संकट के समय
में सहायताः विज्ञान और प्रौद्योगिकी के माध्यम से आपदा तैयारी, डेटा संचालित अंतदृष्टिः गणितीय मॉडलिंग और कम्प्यूटेशनल समाधान, शून्य अपशिष्ट समाधानः नवाचार के माध्यम से अपशिष्ट को पुनर्परिभाषित करने की पूर्व ही सूचना थी।कार्यक्रम के दूसरे चरण में दिल्ली पब्लिक स्कूल, वाराणसी मे तीन दिवसीय इंडिया’स इंटरनेशनल मूवमेंट तो यूनाइट नेशंस (ई.ई.म.यू.न.) वाराणसी चैप्टर 2025 का भव्य शुभारंभ हुआ। 25 से 27 जुलाई तक चलने वाले इस सम्मेलन में वाराणसी के 20 से अधिक प्रतिष्ठित विद्यालयों से आए छात्र प्रतिनिधियों ने भाग लिया। शाम 4:00 बजे आरंभ हुए कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन, राष्ट्रगान और ई.ई.म.यू.न. की प्रेरणादायक यात्रा पर आधारित वीडियो से हुई।
सिद्धार्थ राजगढ़िया चीफ लर्नर & डायरेक्टर दिल्ली पब्लिक स्कूल वाराणसी, नाशिक, लावा नागपुर, हिन्जवाडी पुणे ने म.यू.न. की शुरुआत करते हुए कहा कि देश के विकास में युवा का योगदान आज भी है और भविष्य में भी सदैव रहेगा इसलिए युवाओं को देश के विकास के लिए आगे आना ही होगा। वहीं दुसरे सत्र में अक्षय राठी के संवाद के क्षणों में जीवन में कैसे आगे बढे इस पर उन्होनें अपने विचार दिए। छात्रों ने इन विषयों पर गहन शोध, बहस व प्रस्तावों का निर्माण किया। यह सम्मेलन उनके भीतर नेतृत्व, निर्णय क्षमता व वैश्विक दृष्टिकोण के बीज बोने में सफल रहा।इसके पश्चात, भारतीय पारंपरिक परिधान में सजे विद्यार्थियों ने गरिमामय ढंग से मुख्य अतिथि वाइस एडमिरल (सेवानिवृत्त) अनिल कुमार चावला, एवं विशिष्ट अतिथियों का स्वागत किया। विशिष्ट अतिथियों में रवींद्र जायसवाल, राज्य मंत्री (यूपी सरकार), सौरभ श्रीवास्तव विधायक, डॉ. पवन द्विवेदी, उप कुलसचिव, पब्लिक स्पीकर, विदुष सक्सेना, सहायक पुलिस आयुक्त, अदिति सिंह, संयुक्त सचिव, ग्रामीण विकास मंत्रालय रहे।

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सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में ई.ई.म.यू.न. द्वारा शास्त्रीय नृत्य, डीपीएस छात्रों द्वारा रंगारंग प्रस्तुति और पश्चिमी नृत्य की मोहक झलकियाँ शामिल थीं। आईआईएमयूएन के कलाकारों ने एक सुंदर शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति दी। वहीं विधायक प्रतिनिधि अदिति सिंह ने देश के भविष्य को आकार देने में युवा मस्तिष्कों की भूमिका पर ज़ोर दिया। दोनों को उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस संध्या के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के स्टाम्प, न्यायालय शुल्क एवं पंजीकरण मंत्री श्री रवींद्र जायसवाल जी थे। अपने संबोधन में उन्होंने युवाओं से नागरिक जीवन में सक्रिय रूप से भाग लेने का आग्रह किया। उनके सम्मान समारोह के बाद डीपीएस वाराणसी के छात्रों द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुति दी गई।
विधायक सौरभ श्रीवास्तव और पारुल विश्वविद्यालय के उप-कुलसचिव एवं युवा संसद के राष्ट्रीय प्रशिक्षक डॉ. पवन् द्विवेदी ने विद्यार्थियों को नेतृत्व, जिम्मेदारी और राष्ट्र निर्माण के मूल्यों की ओर प्रेरित किया। सबने कहा कि “यह आयोजन छात्रों के आत्मविश्वास, निर्णय क्षमता और वैश्विक समझ को नई दिशा देगा।”
यह आयोजन विद्यार्थियों को ‘ग्लोबल सिटीजन’ बनने की दिशा में प्रेरित करता है, जो न केवल अपने देश की संस्कृति को समझें बल्किविश्व से संवाद कर सकें।
इसके उपरांत दो दिवसीय विजेता दलों को पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार की घोषणा विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षक श्री रवि उपाध्याय और सुश्री रत्ना वर्मा ने की।प्रति वर्ष की भांति मेज़बान टीम होने के कारण दिल्ली पब्लिक स्कूल वाराणसी ने विजेता के रूप में प्रथम स्थान की ट्राफी नहीं ली।तत्पश्चात फेनेस्ट्रा 7.0 की विजेता प्रथम स्थान की ट्रॉफी संत अतुलानंद कान्वेंट स्कूल कोइराजपुर, द्वितीय स्थान पर सेठ एम.आर. जयपुरिया बाबतपुर और तृतीय स्थान ज्ञानदीप एकेडमी चितईपुर को प्राप्त हुआइस अवसर पर कार्यक्रम का संचालन व धन्यवाद छात्रा कृतिका गिरि और आराध्या पाण्डेय ने किया। इस अवसर पर दूसरे विद्यालय के प्रिंसिपल, शिक्षक भी उपस्थित रहे। डीपीएस वाराणसी से प्रधानाचार्या सुश्री मुनमुनसेन गुप्ता, एकेडमी हेड सुश्री रोली मानखंड, एडमिनिस्ट्रेटिव हेड श्री सुदीप बनर्जी और सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।