वाराणासी 16 जनवरी:उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन में उपभोक्ताओं को सही औऱ समय पर बिल देने के लिए वह्य एजेंसियो का सहारा लेने के बाद भी बिजली उपभोक्ताओं को सही औऱ समय पर बिजली बिल नही मिल पा रहे है बल्कि बिलिंग कंपनी जो बिल निर्गत कर रही है वे अधिकतर त्रुटिपूर्ण औऱ गलत निकल रहे है।
गलत बिलिंग की तमाम शिकायते 1912 औऱ जनसुनवाई पोर्टल पर प्राप्त हो रही है।
तमाम कोशिशों के बावजूद बिलिंग कंपनी सुधरने का नाम नही ले रही है। गलत बिल को सुधरवाने के लिए उपभोक्ता खण्डीय कार्यालय के चक्कर काट रहे है।
तमाम ऐसे उपभोक्ता है जो गलत बिल होने पर अपना सही बिल का भी रुपया जमा नही कर पा रहे जिसे विभाग को उस माह में राजस्व घटा होता रहता है।
इन्ही तमाम ख़ामियों को लेकर नये निज़ाम ने बिलिंग कंपनियों के साथ सभी निगमो के आला अधिकारियो की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की जिसमे चेयरमैन ने बिलिंग कंपनियों के भी पेच कैसे साथ ही निगम के अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।
चैयरमैन ने कहा कि अगर कोई बिल रीडर निर्धारित लक्ष्य के सापेक्ष ग्रामीण क्षेत्रो में एक दिन में 75 से 80 बिल निर्गत कर रहा है तो वो ग़लत बिलिंग कर रहा है,इस पर नज़र रखने की विशेष जरूरत है।
वही दूसरी तरफ बिलिंग कंपनियों ने उपभोक्ताओं के बिल निकालने के लिए निर्धारित मैन पावर नही उतारने से एवं कई जिलों में तो बिलिंग कंपनियों के मैनेजर तक न होने पर उपभोक्ताओं को ग़लत बिल निर्गत हो रहे है, जिसके लिए निगमो के प्रबंध निदेशकों द्वारा आये दिन बिलिंग कंपनियों को पत्राचार किये गए, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में भी निर्देश दिए गए परन्तु बिलिंग कंपनियों द्वारा कोई सुधार कार्यक्रम नही किया गया।
कंपनियों की बिलिंग में मनमर्ज़ियों पर लगाम लगाने के लिए अब से प्रत्येक माह की 22 तारीख से कंपनियों की बिलिंग आईडी बंद कर दी जाएगी औऱ उनके मीटर रीडरों की परफॉर्मेंस का आकलन होगा।