
नाव संचालन भी प्रभावित
मानसून के दस्तक देने के साथ ही वाराणसी में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। बुधवार सुबह 8 बजे तक गंगा का जलस्तर 62.28 मीटर दर्ज किया गया। केंद्रीय जल आयोग की रिपोर्ट के अनुसार गंगा में 5.7 सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पानी का बढ़ाव जारी है। बनारस सहित पहाड़ी क्षेत्रों में हुई बारिश का प्रभाव अब गंगा में देखा जा रहा है।
गंगा आरती का स्थान बदला
तेजी से बढ़ते गंगा के जलस्तर को देखते हुए दशाश्वमेध घाट पर होने वाली विश्व प्रसिद्ध गंगा आरती का स्थान मंगलवार को ही बदल दिया गया। आयोजनकर्ताओं ने आरती को ऊपर छतरी वाले क्षेत्र में शिफ्ट कर दिया है, जिससे श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
नाव संचालन पर असर
नाविकों ने अपनी नावों को सुरक्षित स्थानों पर खड़ा करना शुरू कर दिया है। नाविक आकाश साहनी के अनुसार, “बीती दो रातों से पानी का बहाव काफी तेज है, इसलिए छोटी नावों का संचालन अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
घाटवासियों ने शुरू की सुरक्षा की तैयारियां
गंगा किनारे रहने वाले लोगों ने भी जलस्तर की रफ्तार को देखते हुए सामान शिफ्ट करना और घरों की ऊपरी मंजिलों में तैयारी करना शुरू कर दिया है। अस्सी घाट के तीर्थ पुरोहित बलराम ने बताया, “हमने अपनी पूजा की चौकियां और अन्य सामग्री ऊपरी हिस्सों में ले जानी शुरू कर दी है।
जल आयोग कहना
केंद्रीय जल आयोग के मुताबिक, गंगा का वार्निंग लेवल: 70.26 मीटर और डेंजर लेवल: 71.26 मीटर है। हालांकि अभी स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन जिस गति से जलस्तर में बढ़ोतरी हो रही है, प्रशासन और आमजन दोनों सतर्क हो गए हैं।