

विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत वाराणसी के दौरे पर आई त्रिपुरा की मीडिया टीम ने शनिवार को भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) का दौरा किया। इस दौरान मीडिया टीम ने वाराणसी स्थित एफसीआई के कार्य प्रणाली को समझा और साथ ही फोर्टीफाइड राइस की खूबियों से वाकिफ हुए।
भारतीय खाद्य निगम (FCI), भारत सरकार की नोडल एजेंसी है जो भारत सरकार, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण मंत्रालय के तहत, मुख्य रूप से राष्ट्र की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए खाद्यान्न की खरीद, भंडारण, संरक्षण और वितरण कार्य में लगी हुई है।

त्रिपुरा की मीडिया को सबसे पहले पावरप्वाइंट के माध्यम से एफसीआइ के कार्यों से परिचित कराया गया। इसके बाद टीम क्वालिटी जांच की प्रक्रिया को समझा। मीडिया टीम को फोर्टीफाइड राइस की बखुबियों से परिचित कराया गया। इस दौरान बताया गया कि फोर्टिफाइड’ शब्द का अर्थ किसी विषय वस्तु की किलेबंदी करना या सुरक्षा उपायों से लैस करना होता है। इससे स्पष्ट है कि चावल को अतिरिक्त पोषक तत्वों से लैस करने की प्रक्रिया काे ‘राइस फोर्टिफिकेशन’ कहते हैं।
इस प्रक्रिया में चावल को आयरन, फोलिक एसिड, विटामिन ए और जिंक जैसे प्रमुख पोषक तत्वों से समृद्ध किया जाता है। यह काम राइस मिल में ब्लैंडिंग प्रोसेस से होता है। इससे चावल में सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को दूर किया जाता है। देश में एनीमिया समेत कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का जड़ से निराकरण करने के लिए फोर्टिफाइड राइस के उपभोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। इस दौरान मीडिया टींबको यह भी बताया गया कि भारत सरकार द्वारा बाजार मूल्यों को कम करने एवं जमाखोरी पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से स्टॉक सीमा लागू करते हुए भारतीय खाद्य निगम के माध्यम से ई-नीलामी द्वारा गेहूं एवं चावल को खुली बाजार बिक्री योजना (OMSS D) के तहत बेचा जा रहा है। ई-नीलामी की प्रक्रिया प्रत्येक बुधवार को आयोजित की जा रही है, जिसमे छोटे खरीदारों को ध्यान में रखते हुए प्रत्येक खरीदार को न्यूनतम 10 MT से लेकर अधिकतम 250 MT तक की सीमा निर्धारित की गयी है।
नीलामी प्रक्रिया में गेहूं का आरक्षित मूल्य 2125 रुपये प्रति क्विंटल, जो सभी फसल वर्ष और लागू करों के लिए निर्धारित है। इसी प्रकार, चावल के लिए आरक्षित मूल्य 3100 रुपये प्रति क्विंटल और लागू कर है। भारतीय खाद्य निगम, वाराणसी के अंतर्गत संचालित वाराणसी एवं मिर्ज़ापुर मंडल के विभिन्न डिपो से दिनांक: 28 जून 2023 से 10 जनवरी 2024 तक प्रत्येक बुधवार को संपन्न ई-नीलामी प्रक्रिया में अबतक 5,98,400 कुंतल गेहूं को खुले बाजार में बिक्री की जा चुकी है। वाराणसी एवं मिर्ज़ापुर मंडल स्थित विभिन्न डिपो से चावल की भी ई-नीलामी प्रक्रिया शीघ्र ही शुरू की जाएगी।
इस दौरे में पत्रकारों के साथ केंद्रीय संचार ब्यूरो के अधिकारी डा. लालजी, पत्र सूचना कार्यालय, वाराणसी के मीडिया एवं संचार अधिकारी प्रशांत कक्कड़, सीबीसी अगरतला के अधिकारी सुदीप्तो कार, पीआईबी के भारत भूषण तिवारी, एफसीआई के गुणवत्ता नियंत्रण अभिषेक गुप्ता, निशांत कुमार, प्रज्ञापति कश्यप, रेशमा यास्मीन, अंशु कुमारी और रौशन सिंह सहित अन्य उपस्थित रहें।