
दलहन, तिलहन की खेती को लगातार बढ़ाना ताकि किसानों की आय में बढ़ोत्तरी होना सुनिश्चित हो सके: कृषि मंत्री
सरकार बीज़ सर्टिफिकेसन को बढ़ावा दे रही है तथा अगले वर्ष तक प्रदेश के अंदर बनारस में होना सुनिश्चित होगा: सूर्य प्रताप शाही
सरकार का लक्ष्य 10 लाख कुंतल तक बीज उपलब्धता किसानों को देने की है जिसको इसबार एचीव किया जायेगा: सूर्य प्रताप शाही
किसानों की उपज विदेशों में थालियों में होना सुनिश्चित हो इस दिशा में हमारा प्रयास होना सुनिश्चित हो: कृषि मंत्री
माननीय प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप सरकार किसानों की आय दोगुनी करने हेतु लगातार प्रयास कर रही: कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह
प्रदेश में चार और सीड पार्क स्थपित किये जायेंगे: कृषि मंत्री
बनारस में खेती का रकबा भी लगातार बढ़ रहा है जिसको वैल्यू एडीशन के तरफ ले जाया जा रहा है: मंडलायुक्त वाराणसी
सही समय से बुवाई से भी उत्पादकता को 20-25% तक बढ़ाया जा सकता है: जिलाधिकारी वाराणसी
किसान यहां से कृषि ज्ञान लेकर जाएं ताकि आमदनी दोगुना करने में मदद मिले यही आशा है: सीडीओ वाराणसी
कृषि यंत्रों के बुकिंग के दौरान जमा धनराशि अभी तक वापस नहीं किए जाने पर कृषि मंत्री ने कृषि निदेशक को निर्देशित किया गया कि एक सप्ताह के अन्दर टोकेन मनी वापस किया जाये के निर्देश दिये
वाराणसी। आज जनपद वाराणसी में आयोजित मंडल स्तरीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी_2025 ( वाराणसी मंडल, आजमगढ़ मंडल और मिर्जापुर मंडल) का आयोजन ’’पद्म विभूषण, सांस्कृतिक संकुल भवन, गिरिजा देवी चौका घाट वाराणसी’’ में किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही तथा कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख उपस्थित रहे।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने गोष्ठी में बोलते हुए उत्तर प्रदेश में अनुसंधान बढ़ाने हेतु चावल अनुसंधान की नींव रखी गयी जिससे किसानों को लाभ होना सुनिश्चित होगा। उन्होंने सभी का गोष्ठी में स्वागत करते हुए अपनी बातों को प्रमुखता से रखने पर धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा सरकार लगातार वैज्ञानिकों के साथ मिलकर किसानों को उचित बीज उपलब्धता सुनिश्चित की है। हमें दलहन, तिलहन की खेती को लगातार बढ़ाना ताकि किसानों की आय में बढ़ोत्तरी होना सुनिश्चित हो सके। उन्होंने निर्यात लायक अपने प्रॉडक्ट को बनाने हेतु किसानों से अपील की। कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन सभी क्षेत्रों के साथ मिलकर आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि सवा लाख करोड़ का तेल तथा लगभग 35 हज़ार करोड़ की दलहन की खरीद की जा रही है जो की हमारी आय को कम कर रहा है। 4600000 मिनी कीट किसानों को उपलब्ध कराया है प्रदेश सरकार ने। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों से दलहन, तिलहन हेतु क्रय केंद्र संचालित करने हेतु कहा। ढाई लाख से बढ़कर आज कृषि क्षेत्र का कर्ज छह लाख करोड़ तक पहुँचाया गया है। प्रदेश में चार और सीड पार्क स्थपित किये जायेंगे। बीज़ निगम किसानों से बीज उठाना सुनिश्चित करेंगे। सरकार का लक्ष्य 10 लाख कुंतल तक बीज उपलब्धता किसानों को देने की है जिसको इसबार एचीव किया जायेगा। किसानों की कठिनाइयों का समाधान इन गोष्ठियों के माध्यम से किया जायेगा। सरकार बीज़ सर्टिफिकेसन को बढ़ावा दे रही है तथा अगले वर्ष तक प्रदेश के अंदर बनारस में होना सुनिश्चित होगा। उन्होंने श्री अन्न की खेती को बढावा देना, मक्के की खेती को बढ़ावा देने को कहा क्योंकि इथेनाल उत्पादन में प्रयोग से मक्का की खेती बढ़ी है। हाइटेक नर्सरी की दिशा में उद्यान विभाग अपना प्रयास तेज करना सुनिश्चित करे। उन्होंने वन विभाग से किसानों के खेतों पर वृक्षारोपण बढ़ाने को कहा। उन्होंने कहा कि किसानों की उपज विदेशों में थालियों में होना सुनिश्चित हो इस दिशा में हमारा प्रयास होना सुनिश्चित हो। 29 मई 12 जून 2025 से विकसित खेती संकल्प अभियान प्रदेश के 75 जिलों में आयोजित किया जायेगा। उन्होंने कृषि विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रशस्ति पत्र वितरण किया तथा सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर मैकेनाईजेशन योजना के अंतर्गत कस्टम हायरिंग सेंटर की स्थापना हेतु लाभार्थी कृषक उत्पादक संगठन को ट्रैक्टर की प्रतीकात्मक चाबी सौंपी।
कृषि राज्य मंत्री बलदेव सिंह औलख ने गोष्ठी में आये किसानों की समस्याओं के उचित निराकरण की बात कही। उन्होंने कहा कि इस बार हमने समय से पहले गोष्ठी का आयोजन करना सुनिश्चित किया है। अच्छे बीज़ जिनकी उचित गुणवत्ता होगी वही किसानों को देना सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने किसानों से सोलर प्रोजेक्ट पर मौजूद सब्सिडी का लाभ लेकर सोलर योजनाओं को बढ़ावा देने की बात कही। उन्होंने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री तथा मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप सरकार किसानों की आय दोगुनी करने हेतु लगातार प्रयास कर रही है। मा0 कृषि राज्य मंत्री द्वारा बताया गया कि जनपद के मांग के अनुसार बीज उपलब्ध कराया जा रहा है, पी0एम0 कुसुम योजनान्तर्गत सोलर सब्सिडी पर देय है तथा डी0एस0आर0 विधि से धान की खेती किए जाने हेतु कृषको से अपेक्षा की गई।
कृषि उत्पादन आयुक्त दीपक कुमार द्वारा गोष्ठियों के उद्देश्य जिसमें किसानों की समस्याओं का निराकरण प्रथमिकता पर किया जायेगा। उन्होंने बताया कि किसानों की आय दोगुनी करने हेतु लगातार सरकार प्रयास कर रही है। उन्होंने आज़मगढ़ के अपने सीडीओ के कार्यकाल के अनुभवों को सुनाते हुए तब से अब तक के हुए बदलावों को साझा किया गया। उन्होंने किसानों द्वारा उठाये गये सवालों के उचित निराकरण की बात कही। कृषि उत्पादन आयुक्त द्वारा सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि जनपद स्तर पर क्राप कटिंग का कार्य ठीक प्रकार से कराया जाए ताकि फसलवार उत्पादन का आकड़ा प्राप्त हो सके तथा किसान क्रेडिट कार्ड के अन्तर्गत प्राप्त लक्ष्य के सापेक्ष शत-प्रतिशत पूर्ति करना करें।
प्रमुख सचिव कृषि रवीन्द्र द्वारा नहरों की समस्याओं, एफपीओ को आगे ले जाने, नरेगा को किसानों से जोड़ा जा चुका है। मक्का की उत्पादकता को बढावा देने, इथेनाल की फैक्टरियों में मक्के के उपयोग से मक्का की खेती और बढ़ी है।
मंडलायुक्त वाराणसी एस राजलिंगम द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों का स्वागत करते हुए मंडल की उपलब्धता पर बताया गया। उन्होंने बताया की साढ़े छह लाख हेक्टेयर क्षेत्र पर खेती हो रही है। उत्पादकता को 35 कुंतल तक ले जाने का लक्ष्य है। उर्वरक, रक्षा रसायन की पर्याप्त उपलब्धता मंडल में सुनिश्चित है। इंटीग्रेटेड पैक हॉउस को फुल फंक्शन करने में शासन के सहयोग की अपेक्षा है। उन्होंने लिफ्ट कैनाल की मांग पर शासन का ध्यान दिलाया। विभागीय अधिकारियों द्वारा खरीफ लक्ष्य पर लगातार ध्यान दिया जा रहा है। सब्जी खेती का रकबा भी लगातार बढ़ रहा है जिसको वैल्यू एडीशन के तरफ ले जाया जा रहा है।
मंडलायुक्त आजमगढ़ विवेक द्वारा अपने मंडल की कृषि उपलब्धियों को गोष्ठी में बताते हुए सभी योजनाओं के सापेक्ष लक्ष्य प्राप्ति को बताया गया। उन्होंने नीलगाय से होने वाले नुकसानों की तरफ भी सबका ध्यान आकर्षित करते हुए सोलर फेसिंग पर सब्सिडी की बात कही।
मंडलायुक्त बालकृष्ण त्रिपाठी द्वारा मिर्जापुर मंडल की कृषि उपलब्धियों को बताते हुए बताया गया की धान की फसल को कम करके दुल्हन के रकबे को बढ़ाया गया है। उन्होंने नहरों से सिंचाई, राजकीय नलकूपों की उपलब्धता, जंगली जानवरों से बचाव हेतु सोलर फेसिंग पर सब्सिडी, कृषि प्रयोगशाला की उपलब्धता नहीं होने से किसानों को पूर्ण लाभ नहीं मिल पाता। उन्होंने बताया की किसान लगातार निर्धारित लक्ष्य प्राप्ति करने में जुटे हैं।
जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार द्वारा गोष्ठी में बोलते हुए कृषि प्रगति सुधार पर बोलते हुए उत्पादन बढ़ाकर कृषि आय को दोगुना करने की बात कही गयी। उन्होंने बताया की जनपद में खाद, बीज, कीटनाशकों की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित है। उन्होंने बताया की प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, केसीसी से किसानों को लाभ मिल रहा है तथा लगातार नहरों के टेल तक पानी पहुंचाने का सभी प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने बताया की सही समय से बुवाई से भी उत्पादकता को 20-25% तक बढ़ाया जा सकता है।
मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल द्वारा संयुक्त मंडलीय खरीफ उत्पादकता गोष्ठी-2025 जिसमें वाराणसी, मिर्जापुर तथा आजमगढ़ से भारी संख्या में पधारे सभी किसान बंधुओं का स्वागत करता हूं। उन्होंने कहा की सभी लोग यहां से लेक्चर के माध्यम के कुछ कृषि ज्ञान लेकर जाएं ताकि आमदनी दोगुना करने में मदद मिले यही आशा है।
कार्यक्रम की शुरुआत में मंडलायुक्त एस राजलिंगम द्वारा माननीय मंत्री का स्वागत करते हुए चंदन वृक्ष तथा स्मृति चिन्ह भेंट किया गया। जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार द्वारा दीपक कुमार कृषि उत्पादन आयुक्त तथा प्रमुख सचिव कृषि रवीन्द्र कुमार को चंदन वृक्ष तथा स्मृति चिन्ह भेंटकर स्वागत किया गया।
इस दौरान माननीय कृषि राज्य मंत्री श्री बलदेव सिंह औलख, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री दीपक कुमार, प्रमुख सचिव कृषि श्री रविंद्र, वाराणसी मंडलायुक्त श्री एस. राजलिंगम, मिर्जापुर मंडलायुक्त श्री बाल कृष्ण त्रिपाठी, मंडलायुक्त आजमगढ़ श्री विवेक, निदेशक कृषि श्री जितेंद्र तोमर, उत्तर प्रदेश बीज विकास निगम के निदेशक श्री पंकज त्रिपाठी, सब्जी अनुसंधान संस्थान वाराणसी के निदेशक डॉ. तुषार कांति बेहेरा समेत उक्त मण्डल के समस्त जनपदों के मुख्य विकास अधिकारियों तथा सम्बन्धित विभागों के मण्डल/जनपद स्तर के अधिकारियों/कर्मचारियों तथा वरिष्ठ वैज्ञानिकों एवं प्रगतिशील कृषको द्वारा प्रतिभाग किया गया।
खरीफ गोष्ठी-2025 का उद्घाटन कृषि उत्पादन आयुक्त, उ0प्र0, शासन एवं मा0 कृषि मंत्री महोदय के कर-कमलों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। तद्क्रम में विभिन्न विभागों से पधारे अधिकारी एवं वरिष्ठ वैज्ञानिकों द्वारा गोष्ठी में उपस्थित प्रगतिशील कृषकों को खेती-किसानी, से सम्बन्धित विषयों पर तकनीकी जानकारी दी गई।
इसी क्रम में डॉ0 पूजा सिंह, वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र कल्लीपुर वाराणसी द्वारा बताया गया कि कृषक बन्धु वैज्ञानिक विधि से बकरी पालन का व्यवसाय कर कम लागत से अधिक आय प्राप्त कर सकते हैं। बकरी पालन हेतु उन्नति नश्ल की प्रजातियों यथा-बरबरी, जमुनापरी, सिरोही आदि का चयन किया जाए। डॉ0 अमितेश सिंह वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केन्द्र कल्लीपुर वाराणसी द्वारा बताया गया कि मक्के की खेती रबी, खरीफ एवं जायद में की जाती है। अन्य राज्य की अपेक्षा मक्के का उत्पादन हमारे यहॉं कम है। जिसे ध्यान में रखकर मक्के का क्षेत्रफल एवं उत्पादन बढ़ाएं जाने की आवश्यकता है तथा मक्के का इस्तेमाल रोटी, कॉर्न फ्लेक्स और पॉप कॉर्न एवं प्रोसेसिंग यूनिट लगाकर किसानों की आमदनी बढ़ाई जा सकती है। डॉ0आर0के0 मलिक, अन्तर्राष्ट्रीय सलाहकार, अन्तर्राष्ट्रीय धान अनुसंधान संस्थान (IRRI) वाराणसी द्वारा बताया गया कि धान की सीधी बुवाई हेतु खेत समतल एवं नमीदार होना चाहिए। डी0एस0आर0 (डायरेक्ट सीडेड राइस) मशीन से धान की सीधी बुवाई करें, जिसमें 8 से 10 किग्रा0 प्रति एकड़ धान के बीज की आवश्यकता पड़ती है, धान की सीधी बुवाई का समय 25 मई, से 10 जून तक होता है। उपरोक्त विधि से धान की खेती करने से कम लागत होने से कृषको की आय में वृद्धि होगी। डॉ0 डी0आर0 भारद्धाज, वरिष्ठ वैज्ञानिक भारतीय सब्जी अनुसंधान संस्थान (IVR) वाराणसी द्वारा बताया गया कि फलों और सब्जियों का मूल्यवर्धन एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें फलों और सब्जियों को संसाधित या परिवर्तित करके उनका मूल्य बढ़ाया जाता है। डॉ0 चन्द्रभूषण, वरिष्ठ वैज्ञानिक कृषि विज्ञान संस्थान (BHU) वाराणसी द्वारा बताया गया कि दलहन और तिलहन दोनों ही भारत की कृषि अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण हैं। जिसके घटते आच्छादन क्षेत्रफल को बढ़ाए जाने की आवश्यकता है। निदेशक, उद्यान द्वारा बताया गया कि विभाग में विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित हैं कृषक बन्धु सम्बन्धित पोर्टल पर आवेदन कर लाभ प्राप्त कर सकता है। मण्डलायुक्त महोदय, वाराणसी, आजमगढ़ एवं विन्ध्याचल मण्डल द्वारा खरीफ-2025 की विस्तृत रूपरेख प्रस्तुत की गई।
कृषकों द्वारा कृषि यंत्रों के बुकिंग के दौरान जमा धनराशि अभी तक वापस नहीं किए से अवगत कराए जाने के क्रम में प्रमुख सचिव कृषि महोदय द्वारा कृषि निदेशक को निर्देशित किया गया कि एक सप्ताह के अन्दर टोकेन मनी वापस किया जाए तथा एफ0पी0ओ0 द्वारा किए जा रहे कार्यों की प्रसन्नता की गई।
मा0 कृषि मंत्री जी के कर कमलो द्वारा श्री शारदा प्रसाद को सब मिशन ऑन एग्री कल्चर मैकेनाईजेशन योजनान्तर्गत रू0 24 लाख का कृषि यंत्र कस्टम हॉयरिंग सेंटर हेतु अनुदान दिया गया एवं श्री अभय कुमार सिंह को सब मिशन ऑन एग्री कल्चर मैकेनाईजेशन इनसीटू योजनान्तर्गत रू0 4 लाख का अनुदान दिया गया। श्रीअन्न की खेती को बढ़ाव दिए जाने हेतु मिनीकिट का वितरण कराया जाता है।
29 मई, 2025 से 12 जून, 2025 तक विकसित कृषि संकल्प अभियान चलाया जा रहा है। किसानों को समय पर बीज प्राप्त हो, को ध्यान में रखते सीटी पार्क बनाया जाएगा। कृषि निदेशक को निर्देशित किया गया कि यंत्रों के बुकिंग के दौरान जमा टोकन मनी तत्काल वापस कर दिया जाए एवं ए0टी0एम0/बी0टी0एम0 का मानदेय तत्काल भुगतान कराने की कार्यवाही करें। साथ ही गोष्ठी के माध्यम से कृषको द्वारा उठायी गयी विभिन्न प्रकार की समस्याओं का जनपद स्तरीय अधिकरी समीक्षा करते हुए नियमानुसार समाधान कराया जाए।
अन्त में उक्त गोष्ठी में आए समस्त अधिकारियों एवं कृषकों का धन्यवाद ज्ञापन श्री शैलेन्द्र कुमार, संयुक्त कृषि निदेशक वाराणसी मण्डल, वाराणसी द्वारा किया गया।
