बनारस, चंदौली और मीरजापुर के कई गांवों में बढ़ा है दायरा, अवस्थापना निधि से होगा विकास कार्य
वाराणसी- सुनियोजित ढंग से विकास योजनाओं को धरातल पर उतारने, आमजन को मूलभूत सुविधा मिले और अवैध निर्माण पर अंकुश लगाने के लिए वाराणसी विकास प्राधिकरण की सीमा विस्तार में शामिल 215 गांवों की अलग से महायोजना बनाई जाएंगी। महायोजना जनमानस को ध्यान में रखते हुए बनाई जाएगी जिससे सभी को इसका लाभ मिल सके। नगर नियोजक प्रभात कुमार की देख-रेख में महायोजना बनाई जाएगी। साथ ही सुझाव भी लिए जाएंगे। महायोजना को सार्वजनिक करने के साथ आपत्ति भी ली जाएगी जिससे बाद में सवाल नहीं उठे।
वीडीए उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग का कहना है कि गंगा नदी के बायीं और नगर निगम, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, छावनी और तहसील के कुछ गांव है। दाहिने हिस्से में रामनगर, पंडित दीनदयाल उपाध्याय नगर रेलवे क्षेत्र। कुल 635 गांवों में 793 वर्ग किलोमीटर वीडीए सीमा में है। शहर और आसपास क्षेत्रों में तेजी से जनसंख्या वृद्धि व प्रमुख
ये गांव हुए शामिल :
तहसील-राजातालाब 94 गांवों में 99.75 वर्ग किलोमीटर सरौनी, कुरौना, जंसा, हरसोस, परमंदापुर (सिटी), हरदासपुर, मीरावन, परमपुर, नरैचा, चकदीहाराम, बेलौड़ी, दयापुर, गंगापुर (टीए), जमीन सुलच्छन, लछिमनपुर, धमहापुर, जमीनदर्शन, जमीन एक जमीन टेकीकहार, जमीन कुशी कथक, हिकमतशाह, हिरदईपुर, परतापीपट्टी, बघेड़, चक दर्शन, जमीन कनेरी, कनेरी, कन्हईपुर, भईदपुर, सुईचक, गंजारी, हरपुर, जमीन शिवसागर, वीरभानपुर, कचनार, रानीबाजार, टोडरपुर, मिल्की चक, नब्बे चक, निदौरा,
गांवों में 793 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र वीडीए सीमा में है
मागाँ पर तेजी से औद्योगिक एवं व्यावसायिक गतिविधि बढ़ रही है। इसको देखते हुए वीडीए ने सुनियोजित ढंग से विकास कराने का निर्णय लिया है। इन क्षेत्रों में वीडीए अवस्थापना निधि से विकास कार्य कराएगा। महायोजना में यह देखा
मिलेगी मूलभूत सुविधा, अवैध निर्माण पर लगेगा अंकुश, लोगों को मिलेगी सस्ती जमीन जाएगा कि कहां कल-कारखाना, शिक्षण संस्थान, पेट्रोल पंप, सरकारी कार्यालय, पार्क, खेल-कूद मैदान, ग्रुप हाउसिंग, कांप्लेक्स आदि स्थान चिह्नित होंगे। इसमें आवासीय, मिश्रित, कृषि और व्यावसायिक जमीन होंगे।
घनी आबादी से निकलेंगे बाहर
प्राचीन काशी पक्के महाल की बात करें तो घनी आबादी वाला क्षेत्र है। सकरी गलियों में लोग रहते हैं। आसपास क्षेत्रों में जमीन काफी महंगी है। वहीं, वाराणसी-चंदौली हाईवे, बीएचयू के पीछे, सारनाथ, शिवपुर, रोहनिया आदि क्षेत्रों में तेजी से विकास हो रहा है लेकिन यहां भी जमीन की कीमत तेजी से बढ़ रही है। शहरी सुविधा के नाम पर लोग गांव को छोड़कर शहर में रहना ज्यादा पसंद करते हैं। इसको देखते हुए वाराणसी विकास प्राधिकरण ने बनारस, चंदौली और मीरजापुर के 215 गांवों को वीडीए सीमा में शामिल करने के लिए बोर्ड में प्रस्ताव पास कर शासन को भेजा था। यह जरूर रहा कि शासन ने आपत्ति जताते हुए सुझाव भी दिए थे। वीडीए ने संशोधित प्रस्ताव को फिर भेजा था।
- पुलकित गर्ग, उपाध्यक्ष, वीडीए।
काशीपुर, गौरा, चकमातलदेई, पयागपुर, असवारी, महावन, कठीपुर, मौली कला, शहबाजपुर, बदौनी खुर्द, भदरासी, देउरा चक, जगरदेवपुर, गंगपुर, परशुपुर, काजीचक, तोहफापुर, पैडगांव, नियैसीपुर, खरगरामपुर, माधोपुर, कल्याणपुर, भवानीपुर, धानापुर, लसकरिया, शाहंशाहपुर, आराजीलाइन, पनिथरा, उपाध्यायपुर, गोविंदपुर, शक्तियारपुर, बहोरनपुर, राजापुर, बभनियांव, बहेड़बा, जीतापुर, टहिया महावन, बसंतपुर महावन, गजापुर महावन, भीखमपुर, चकअधिया, दीपापुर, भीमचंडी, गोविंदपुर भीमचंडी, गोपाल चक, बुडापुर, बंगालीपुर, भिखारीपुर, चित्तापुर, रखौना, भुवांलपुर, खजुरी, मेहदीगंज, कल्लीपुर, नागेपुर।
वीडीए सीमा में शामिल 215 गांवों का सर्वे कराने के साथ सुनियोजित ढंग से विकास कराया जाएगा जिससे आमजन को मूलभूत सुविधाएं मिल सकें। सुनियोजित विकास के लिए अलग से महायोजना बनाई जाएगी। इसमें स्थान तय होगा कि कहां क्या विकास कार्य कराना है।
वीडीए सुनियोजित ढंग से कराएगा विकास
तहसील-पिंडरा 30 गांवों में 59.13 वर्ग किलोमीटर ः बहुतारा, जददूपुर, चकेंदर, कैथौली, समोगरा, बेलवां, लखमीपुर, घमहापुर, सोनवरसा, टेटूआ, अहिरानी, नगापुर, पिंडराई, पिंडरा, असवालपुर, अजईपुर, जमापुर, लोकापुर, फूलपुर, सुरही, थाना, रामपुर, बर्जी, चहेरा, विदा, थरी, माना (मनी), प्रहलादपुर, उधोपुर, कठरवां।
तहसील सदर 18 गांवों में 23.43
वर्ग किलोमीटरः सरैया, अहिरौली, हरदासपुर, सुलेमापुर, गुरवट, भटौली, गोसाईपुर, पलही पट्टी, महादेवपुर, फतेहपुर, राजापुर, रामगांव, बरथौली, ताड़ी, गरसड़ा, हाजीपुर, दुमितवा, बेला। चंदौली, तहसील-सकलडीहा दो गांव में क्षेत्रफल 1.50 वर्ग किलोमीटर: बिहरा, खैरूद्दीनपुर।
तहसील-पंडित दीनदयाल उपाध्याय के 54 गांवों में 77.19 वर्ग किलोमीटर: कनेरा, महादेवपुर, सलेमाबाद, ककरहीकला, तारापुर, जीवनपुर, महेवा,
ककरही खुर्द, संघती, बगही, सदलपुरा, चंदौली खुर्द, दयालपुर, मखदूमपुर, कोरी, जलालपुर, मटकुट्टा, नसीरपुर पहन, घूसखास, बसरतियां, हुडरहा, धमिना, बसनी, महरो, वाजिदपुर, डवेदिल, गहरपुरा, अकबरपुर उर्फ रामपुर, गंज ख्वाजा, रामपुर उर्फ करनपुर, डिग्धी, मखदूमपुर, झांसी, रामपुर उर्फ अकबरपुर, मुहब्बतपुर (मोहम्मदपुर), नईकोट, रेवसां, बरहुली, कठौड़ी, रेमा, अलीनगर, जगदीशपुर उर्फ भटरिया, गुवास, नियामताबाद, गंगेहरा, कुंडलिया, बगया, भरछा, तलपरा, सुरौली, मैनुद्दीनपुर, शेखपुर, बौरी, बाराडीह।
तहसील-चुनार 17 गांवों में 19.64 वर्ग किलोमीटरः चुरामनपुर, रुदौली, सुरसी, महरछ, आराजीलाइन सुल्तानपुर, पुरानी छावनी, केला बेला, कुसहां, अदलपुरा, सुल्तानपुर खास, मुजाहिदपुर, आराजी सुल्तानपुर, मझवा तरास, चकताल पश्चिम पट्टी, ताल विसुई, चकताल विसुई, चक कुसहां।
बढ़ेगा जोन और वार्डः वीडीए सीमा में अभी कुल 13 वार्ड है। इन वार्डों को चार जोन में बांटा गया है। वीडीए सीमा में 215 गांव शामिल होने के साथ वार्ड और जोन दोनों की संख्या बढ़ जाएगी। इसके साथ अधिशासी, सहायक और अवर अभियंता की जरूरत वीडीए को और पड़ेगी।

