

शिव भगवान, जिन्हें महादेव, भोलेनाथ और त्रिपुरारी जैसे अनेक नामों से पुकारा जाता है, Hindu धर्म के त्रिदेवों में से एक हैं। उनकी उपासना के लिए बहुत से मंत्रों का उच्चारण किया जाता है, जिनमें से “शिव मंत्र” विशेष रूप से प्रचलित और प्रभावी है। इस मंत्र का जाप करने से व्यक्ति की सभी बाधाएँ दूर होती हैं और जीवन में शांति, समृद्धि, और सुख की प्राप्ति होती है। इस लेख में हम आपको शिव मंत्र की विधि और इसके लाभ के बारे में विस्तार से बताएंगे।

शिव मंत्र
ॐ शिवाय नम:..
ॐ सर्वात्मने नम:…
ॐ त्रिनेत्राय नम:…
ॐ हराय नम:…
ॐ इन्द्रमुखाय नम:…
ॐ श्रीकंठाय नम:…
ॐ वामदेवाय नम:…
ॐ तत्पुरुषाय नम:…
ॐ ईशानाय नम:…
ॐ अनंतधर्माय नम:…
ॐ ज्ञानभूताय नम:…
ॐ अनंतवैराग्यसिंघाय नम:…
ॐ प्रधानाय नम:…
ॐ व्योमात्मने नम:…
ॐ युक्तकेशात्मरूपाय नम:…
“ॐ नमः शिवाय” का जाप जीवन में न केवल आध्यात्मिक उन्नति प्रदान करता है, बल्कि यह शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है। यदि आप जीवन में शांति, सुख और समृद्धि की तलाश में हैं तो इस मंत्र का नियमित जाप करें और भगवान शिव की कृपा प्राप्त करें।
शिव मंत्र की विधि
- शिव मंत्र का सही विधि से जाप करना बेहद महत्वपूर्ण है। नीचे दिए गए बिंदुओं का पालन करें:
- स्थल का चयन: शांतिपूर्ण और स्वच्छ स्थान पर बैठकर इस मंत्र का जाप करें।
- स्नान के बाद: पवित्र और स्वच्छता की स्थिति में इस मंत्र का जाप करें।
- सुर्योदय या संध्याकाल में: यह मंत्र विशेष रूप से सूर्योदय या संध्याकाल में अधिक प्रभावी होता है।
- माला का प्रयोग: 108 बार मंत्र का जाप करने के लिए रुद्राक्ष की माला का उपयोग करें।
- ध्यान और शांति: जाप के दौरान मन को शांत रखें और भगवान शिव का ध्यान करें।
शिव मंत्र के लाभ
- दशकों का नाश: शिव मंत्र का जाप जीवन के सभी प्रकार के संकटों और बाधाओं को नष्ट करता है।
- मानसिक शांति: यह मंत्र मानसिक तनाव और चिंता को समाप्त करने में मदद करता है।
- आध्यात्मिक उन्नति: शिव मंत्र का जाप आत्मिक उन्नति और मोक्ष के मार्ग को खोलता है।
- शारीरिक रोगों से मुक्ति: यह मंत्र शारीरिक रोगों को दूर करता है और शरीर को ताजगी प्रदान करता है।
- सुख और समृद्धि: यह व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और ऐश्वर्य लाने में सहायक है।