2020 में ब्रेन ट्यूमर और इससे संबंधित कैंसर के कारण 2.46 लाख लोगों की मृत्यु हुई। डॉक्टरों का कहना है कि ब्रेन ट्यूमर का पता कई वर्षों तक नहीं चल पाता, क्योंकि यह धीरे-धीरे बढ़ता है और इसके लक्षण शुरुआत में दिखाई नहीं देते। ऐसे में सिरदर्द जैसे सामान्य लक्षणों को नजरअंदाज करना खतरे की घंटी हो सकता है।
ब्रेन ट्यूमर क्या है?
ब्रेन ट्यूमर मस्तिष्क या उसके आस-पास की कोशिकाओं में अनियंत्रित वृद्धि के कारण होता है। यह कैंसर का कारण भी बन सकता है। एक अध्ययन के अनुसार, मस्तिष्क में 120 से अधिक प्रकार के ट्यूमर हो सकते हैं। यदि आपके परिवार में किसी को ब्रेन ट्यूमर हुआ हो, तो आप पर भी इसका खतरा हो सकता है। इसके अलावा, प्लास्टिक और रसायन उद्योग में काम करने वालों को भी यह समस्या हो सकती है।
ब्रेन ट्यूमर के कारण: आनुवंशिकता और जीवनशैली
ब्रेन ट्यूमर के खतरे में आनुवंशिक कारणों के साथ-साथ जीवनशैली और पर्यावरणीय स्थितियाँ भी भूमिका निभाती हैं। गलत आहार, अस्वस्थ जीवनशैली और बाहरी कारकों से यह समस्या उत्पन्न हो सकती है।
ब्रेन ट्यूमर के सामान्य लक्षण
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण इसके आकार, स्थान और गति पर निर्भर करते हैं। डॉक्टर बताते हैं कि सिरदर्द इसका सबसे आम लक्षण है, जिसे कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। अगर आपको सिर में दर्द या दबाव महसूस हो, जो सुबह के समय बढ़ जाए या लगातार बना रहे, तो यह ब्रेन ट्यूमर का संकेत हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।
ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों की पहचान
ब्रेन ट्यूमर के लक्षण व्यक्ति के मस्तिष्क के प्रभावित हिस्से पर निर्भर करते हैं। इन लक्षणों में शामिल हैं:
- सिर में दर्द या दबाव, जो खासतौर पर सुबह के समय बढ़ता है।
- बार-बार होने वाला और अधिक गंभीर सिरदर्द।
- मतली या उल्टी जैसी स्थिति।
- आंखों में धुंधलापन या दोहरी दृष्टि।
- हाथ या पैर में कमजोरी या सुन्नपन।
- शारीरिक संतुलन में परेशानी और बोलने में कठिनाई।
- याददाश्त संबंधी समस्याएं।
- चक्कर आना या ऐसा लगना कि दुनिया घूम रही है।
- क्या ब्रेन ट्यूमर हमेशा कैंसर होता है?
यह जरूरी नहीं है कि ब्रेन ट्यूमर हर बार कैंसर का रूप ले। हालांकि, समय रहते इलाज शुरू करने से गंभीर परिणामों को रोका जा सकता है।
ब्रेन ट्यूमर के जोखिम कारक
यदि आपकी उम्र अधिक है, आप मोटापे से परेशान हैं या फिर रसायनों के संपर्क में रहते हैं, तो आपको ब्रेन ट्यूमर के लक्षणों पर विशेष ध्यान देना चाहिए। समय पर उपचार शुरू करने से इस गंभीर बीमारी को नियंत्रित किया जा सकता है और ठीक होने की संभावना बढ़ जाती है।
समय पर इलाज की अहमियत
ब्रेन ट्यूमर का समय पर निदान और उपचार करना बेहद जरूरी है। इससे बीमारी के बढ़ने का खतरा कम होता है और व्यक्ति स्वस्थ जीवन जी सकता है। इसलिए, यदि आपको ब्रेन ट्यूमर के किसी भी लक्षण का अनुभव हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।