सर्दियों में ऊनी कपड़े पहनकर सोना एक सामान्य आदत है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह आदत आपकी सेहत पर नकारात्मक असर डाल सकती है? हाल ही में एक यूट्यूब वीडियो में इस विषय पर बड़े दावे किए गए हैं। इस वीडियो के मुताबिक, ऊनी कपड़े पहनकर सोने से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जैसे एंग्जाइटी, बीपी और एलर्जी। तो क्या यह दावा सच है या सिर्फ अफवाह? आइए इस पर गौर करें और इसे फैक्ट चेक करते हैं।
वीडियो में किए गए दावे
यूट्यूब वीडियो में कहा गया है कि ठंड में ऊनी कपड़े पहनना शरीर के लिए नुकसानदायक हो सकता है। वीडियो में दावा किया गया है कि ऊनी कपड़े पहनने से एक्जिमा, पैरों में चकत्ते, लो बीपी, बेचैनी, एलर्जी, खुजली, सांस की समस्याएं, प्रजनन क्षमता पर असर और नींद में खलल जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, वीडियो में यह भी कहा गया कि दिल के मरीजों के लिए वुलन कपड़ों में सोना खतरनाक हो सकता है।
क्या सच में ऊनी कपड़े पहनना नुकसानदायक है?
इन सभी दावों के बीच, यह जानना जरूरी है कि इन आरोपों का सच क्या है। विशेषज्ञों का कहना है कि ठंड में ऊनी कपड़े पहनने से शरीर को गर्मी मिलती है, और यह सर्दी से बचाव में मदद करता है।
विशेषज्ञों की राय
डॉ. तेजस लोखंडे, जो मुंबई में कंसल्टेंट आयुर्वेद फिजिशियन हैं, का मानना है कि ऊनी कपड़े तापमान को नियंत्रित करते हुए शरीर को गर्म रखते हैं। इससे त्वचा में नमी बनी रहती है और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार होता है। वह कहते हैं कि सर्दी के मौसम में ऊनी कपड़े पहनने से दिल के दौरे का खतरा कम हो जाता है, क्योंकि ये कपड़े शरीर में गरमाहट बनाए रखते हैं और खून में क्लॉटिंग का जोखिम कम करते हैं।
इसके अलावा, ऊनी कपड़े सर्दी और खांसी से बचाव करते हैं, जिससे व्यक्ति आराम से सांस ले सकता है और उसकी नींद भी बाधित नहीं होती। अच्छी नींद से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जो शरीर को संक्रमण से बचाता है।
ऊनी कपड़ों का सही उपयोग
डॉ. स्निग्धा वर्तक, जो हैदराबाद में आयुर्वेद क्लिनिक की संस्थापक हैं, का कहना है कि ऊनी कपड़ों से स्वास्थ्य पर कुछ प्रभाव हो सकते हैं, लेकिन यह खतरनाक नहीं हैं। उनकी सलाह है कि ऊनी कपड़ों के साथ कुछ सावधानियां बरतनी चाहिए:
ऊन और आर्टिफिशल फाइबर के मिश्रण से बने कपड़े पहनने से बचें।
हल्के ऊन का चयन करें, जो शरीर को आरामदायक महसूस कराए।
मोटे और ज्यादा ऊनी कपड़े पहनने की बजाय, कम्फर्टर कंबल का इस्तेमाल करें।
ऊनी कपड़ों की देखभाल
\ऊनी कपड़े अक्सर लंबे समय तक स्टोर किए जाते हैं, जिससे इनमें संक्रमण और बैक्टीरिया हो सकते हैं। सर्दी में पहनने से पहले इन कपड़ों को धोना और धूप में सुखाना बेहद जरूरी है। यह इन कपड़ों से संक्रमण, फंगस और बैक्टीरिया को खत्म करने में मदद करता है। इसके अलावा, सोने से पहले तिल का तेल लगाने से त्वचा को पोषण मिलता है और वात और कफ दोष कम होते हैं।