नई दिल्ली: हिंदू धर्म में पीपल का पेड़ अत्यंत पूजनीय और शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, पीपल पेड़ में त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु और शिव का वास होता है, यही कारण है कि इसे विशेष रूप से पूजा जाता है। विशेषकर शनिवार को पीपल पेड़ की पूजा करने से शनि दोष से मुक्ति मिलती है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि घर में पीपल का पेड़ उगना शुभ नहीं माना जाता? आइए जानते हैं कि यदि घर में पीपल का पेड़ उग आए तो हमें क्या करना चाहिए और इसके उगने से कौन से संकेत जुड़े होते हैं।
पीपल का पेड़ और उसकी धार्मिक महत्ता
पीपल का पेड़ भारतीय संस्कृति और धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। इसे वट वृक्ष के समान ही पूजा जाता है। माना जाता है कि इस पेड़ के नीचे भगवान विष्णु का वास है और इस पेड़ को प्राचीन काल से पूजा जाता रहा है। विशेष रूप से शनि दोष से मुक्ति पाने के लिए शनिवार को पीपल पेड़ की पूजा करने की परंपरा है। इसके साथ ही, पीपल के पत्ते भी भगवान शिव को अर्पित किए जाते हैं। पीपल के पेड़ को साक्षात ब्रह्मा, विष्णु और शिव के त्रिदेव के रूप में पूजा जाता है।
हालांकि पीपल का पेड़ पूजनीय है, फिर भी घर में इसका उगना शुभ नहीं माना जाता।
घर में पीपल का पेड़ उगने के क्या संकेत होते हैं?
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के आंगन, छत या गमले में पीपल का पेड़ उगना एक अशुभ संकेत माना जाता है। इसके उगने से यह संकेत मिलता है कि घर के परिवार के सदस्य या घर के पूर्वज किसी कारण से नाराज हैं। कहा जाता है कि यह पितृ दोष का परिणाम हो सकता है, जिसका असर घर के लोगों के जीवन पर पड़ता है। पितृ दोष के कारण घर में परेशानियां, परिवार में आपसी मतभेद और आर्थिक संकट हो सकते हैं।
इसके अलावा, यह माना जाता है कि घर में बार-बार पीपल का पेड़ उगने से आपके पूर्वजों की आशीर्वाद की कमी हो सकती है और वे आपसे नाराज हो सकते हैं। इसके साथ ही, घर में उगने वाले पीपल के पेड़ से घर में लगातार कोई न कोई समस्या उत्पन्न हो सकती है, जैसे पारिवारिक मतभेद, स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं या मानसिक अशांति।
घर से पीपल का पेड़ हटाने के उपाय और नियम
अगर आपके घर में पीपल का पेड़ उग गया है और आप इसे हटाना चाहते हैं तो इसके लिए कुछ विशेष नियम हैं, जिन्हें ध्यान में रखना आवश्यक है।
- सही समय और विधि से पीपल पेड़ को हटाना: पीपल पेड़ को काटने से पहले आपको एक दीया जलाना चाहिए और कुछ प्रसाद चढ़ाना चाहिए।
इसके बाद दोनों हाथ जोड़कर प्रार्थना करें और विष्णु सहस्त्रनाम या गजेंद्र मोक्ष का पाठ 108 बार करें। इस विशेष मंत्र से घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
पीपल पेड़ को काटने से पहले कुल्हाड़ी पर घी या शहद लगाकर उसे पवित्र करें, ताकि पेड़ काटने से किसी प्रकार का दोष न लगे। इसके बाद उसे काटें। - रविवार को काटने का सर्वोत्तम दिन:
वास्तु शास्त्र के अनुसार, पीपल पेड़ को रविवार के दिन काटना सर्वोत्तम माना जाता है। लेकिन ध्यान रहे कि इसे काटने से पहले उसकी पूजा अवश्य करें। इससे किसी प्रकार का दोष नहीं लगता और घर में शांति बनी रहती है।
- अगर काटना न चाहें तो इसे स्थानांतरित करें:
यदि आप पीपल पेड़ को काटने के बजाय उसे हटाना नहीं चाहते तो उसे मिट्टी सहित खोदकर किसी दूसरी जगह पर लगा सकते हैं। इसे किसी खुली जगह या धार्मिक स्थल पर लगा सकते हैं, ताकि इससे घर में कोई परेशानी न हो और साथ ही पूजा का लाभ मिलता रहे।
- पीपल के पत्तों का उपयोग:
अगर पीपल का पेड़ घर में है और उसे काटने का मन नहीं है तो आप इसके पत्तों का उपयोग पुण्य प्राप्ति के लिए कर सकते हैं। पीपल के पत्तों को हाथी या बैल को खिलाने से उसका दोष समाप्त हो जाता है। साथ ही, आप किसी अन्य स्थान पर पीपल के पेड़ की पूजा भी कर सकते हैं, जिससे पुण्य फल प्राप्त होते हैं।
क्या घर में पीपल का पेड़ उगने से पितृ दोष लगता है?
हां, घर में पीपल का पेड़ उगने से यह संकेत मिलते हैं कि पितृ दोष हो सकता है। इस दोष को दूर करने के लिए खासतौर पर पितृ तर्पण और श्राद्ध कर्मों का पालन करना आवश्यक होता है। पितृ दोष के कारण घर में कई प्रकार की समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं, जैसे पारिवारिक कलह, आर्थिक संकट, मानसिक तनाव आदि।
पितृ दोष को दूर करने के लिए आपको अपनी कड़ी मेहनत के साथ-साथ समय-समय पर पितृ पूजा, श्राद्ध कार्य और तर्पण जैसे धार्मिक कर्मों का पालन करना चाहिए। इसके साथ ही, आपको विशेष ध्यान रखना चाहिए कि पीपल के पेड़ को पूजा स्थल पर न रखें और यदि वह घर में उग जाए तो उसे सही विधि से हटाएं।