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उत्तर प्रदेश में कोहरे और शीतलहर का कहर, मेरठ से बलिया तक जारी अलर्ट

उत्तर प्रदेश में कोहरे और शीतलहर का कहर, मेरठ से बलिया तक जारी अलर्ट
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उत्तर प्रदेश में 16 दिसंबर को मौसम शुष्क रहने का अनुमान है, लेकिन इसके साथ ही राज्य के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में शीतलहर और घने कोहरे के कारण लोगों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग ने इन क्षेत्रों में विशेष अलर्ट जारी किया है, जहां पर देर रात और सुबह के समय कोहरे का प्रकोप बढ़ने के साथ ही शीतलहर की स्थिति बनी रह सकती है।

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अयोध्या में गिरता न्यूनतम तापमान, अन्य जिलों में भी बढ़ी ठंड

अयोध्या में रात का पारा लगातार गिरने से ठंड में बढ़ोतरी देखी जा रही है। यहां न्यूनतम तापमान 2.5℃ तक लुढ़क चुका है, जो इस सीजन का सबसे कम तापमान है। यह तापमान और ठंड की स्थिति आने वाले दिनों में और भी बढ़ सकती है। शीतलहर के कारण अन्य जिलों में भी मौसम और ठंड की स्थिति में बदलाव हो सकता है।

शीतलहर के कारण दिनभर की सर्दी में काफी बढ़ोतरी हो सकती है, जिससे लोग विशेष रूप से वृद्धों और बच्चों को अधिक सावधान रहने की आवश्यकता महसूस करेंगे। मौसम विभाग के अनुसार, इस समय उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में रात और सुबह के समय घना कोहरा छाने की संभावना है, जिससे यात्रा और सामान्य जीवन पर असर पड़ सकता है।

मेरठ से बलिया तक कोहरे का प्रभाव, यातायात प्रभावित

उत्तर प्रदेश के मेरठ से लेकर बलिया तक के क्षेत्रों में भीषण ठंड और घने कोहरे का असर देखने को मिल सकता है। सोमवार को आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, बस्ती, संतकबीरनगर, कुशीनगर, महाराजगंज और सिद्धार्थनगर जैसे जिलों में कोहरा छाने का अलर्ट जारी किया गया है। इन जिलों में घना कोहरा होने के कारण सड़क यातायात, रेल और हवाई सेवाओं पर भी असर पड़ सकता है।

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कोहरे के कारण दृश्यता कम हो जाती है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही, ट्रेनों और हवाई जहाजों की आवाजाही में भी रुकावटें उत्पन्न हो सकती हैं। यात्री और वाहन चालक को सलाह दी गई है कि वे कोहरे के समय विशेष ध्यान रखें और धीमी गति से यात्रा करें।

कोहरे के कारण स्वास्थ्य समस्याएं और सावधानियां

कोहरे का असर केवल यातायात तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकता है। कोहरे में नमी और ठंड की अधिकता से श्वसन समस्याएं बढ़ सकती हैं, खासकर बच्चों और बुजुर्गों में। सर्दी, खांसी, बुखार और अस्थमा जैसी समस्याएं कोहरे के कारण बढ़ सकती हैं।

इसके अलावा, शीतलहर के कारण हड्डियों में दर्द और गठिया जैसी समस्याएं भी बढ़ सकती हैं। इसलिए, लोगों को सलाह दी जाती है कि वे ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें, खासकर रात और सुबह के समय, जब कोहरा और शीतलहर दोनों का असर अधिक होता है।

मौसम विभाग के निर्देश: सतर्कता बनाए रखें

मौसम विभाग ने उत्तर प्रदेश के सभी नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की है। विशेष रूप से उन इलाकों में, जहां घना कोहरा छाने की संभावना है, लोग यात्रा के दौरान अधिक सतर्क रहें। विभाग ने यह भी कहा है कि लोग अपने वाहनों के सिर पर रिफ्लेक्टर, लाइट और अन्य सुरक्षा उपायों का ध्यान रखें, ताकि दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

सर्दी के कारण स्वास्थ्य संबंधी जोखिम को कम करने के लिए, डॉक्टरों ने भी विशेष सलाह दी है कि लोग गर्म पानी पिएं और सर्दी से बचने के लिए सही आहार लें। वृद्ध और छोटे बच्चों को ठंड से बचाकर रखें, क्योंकि वे विशेष रूप से शीतलहर के प्रभाव से अधिक प्रभावित हो सकते हैं।

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आगे का मौसम: क्या करें लोग

उत्तर प्रदेश के नागरिकों को अब सर्दी के मौसम से बचने के लिए और अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। मौसम विभाग के अनुसार, कोहरे और शीतलहर का प्रकोप अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है। ऐसे में, लोग अपने घरों में ज्यादा समय बिताने की कोशिश करें और बाहर निकलने से बचें, विशेष रूप से उन इलाकों में जहां कोहरा छाया हो।

मौसम के इस प्रभावी दौर में, तापमान के और गिरने की संभावना जताई जा रही है, जिससे शीतलहर और अधिक सख्त हो सकती है। इसके साथ ही, उत्तर भारत के कई हिस्सों में शीतलहर की स्थिति बनी रहेगी और उसके कारण तापमान में गिरावट का सिलसिला जारी रह सकता है।

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