मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ 2025 को लेकर तैयारियों का खाका प्रस्तुत किया है। उनका कहना है कि इस बार का आयोजन अभूतपूर्व होगा, जिसमें 45 दिनों के भीतर 40 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन की संभावना है। महाकुंभ का आयोजन 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज में होगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि भले ही अनुमानित श्रद्धालुओं की संख्या 40 करोड़ है, लेकिन तैयारियां 100 करोड़ श्रद्धालुओं के हिसाब से की जा रही हैं। इसके तहत व्यवस्थाओं को व्यापक रूप से मजबूत किया जाएगा, ताकि श्रद्धालु किसी भी असुविधा का सामना न करें।
मौनी अमावस्या पर उमड़ेगा जनसैलाब
29 जनवरी को मौनी अमावस्या के पवित्र दिन विशेष स्नान होगा। इस दिन करीब 6 करोड़ श्रद्धालुओं के संगम पर स्नान करने की संभावना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस विशेष अवसर पर मुख्य मुहूर्त में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी। हालांकि, इस दिन की तैयारी 10 करोड़ श्रद्धालुओं की उपस्थिति के अनुसार की जाएगी।
व्यवस्थाओं पर रहेगा विशेष ध्यान
महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए परिवहन, आवास, चिकित्सा, जलापूर्ति, सुरक्षा और स्वच्छता जैसी सभी व्यवस्थाओं को उच्चतम स्तर पर रखा जाएगा। यह आयोजन भारतीय संस्कृति और आस्था का सबसे बड़ा पर्व माना जाता है, जिसमें विश्वभर से लोग भाग लेने आते हैं।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यह आयोजन ऐतिहासिक और त्रुटिहीन हो, ताकि श्रद्धालु आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभवों का आनंद ले सकें।