नई दिल्ली: इस्तांबुल से दिल्ली और मुंबई जाने वाली दो फ्लाइट्स के रद्द होने के कारण सैकड़ों भारतीय यात्री पिछले दो दिनों से एयरपोर्ट पर फंसे हुए थे। यात्रियों के द्वारा लगाए गए बदइंतजामी के आरोप और सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे उनके वीडियो के बाद, इंडिगो एयरलाइंस ने जल्द ही राहत प्रदान करने के लिए एक विशेष विमान भेजने की घोषणा की है। अगले 20 घंटों के भीतर इन यात्रियों को भारत वापस लाने की योजना है।
फ्लाइट्स रद्द होने से गहराया संकट
इस्तांबुल एयरपोर्ट पर मंगलवार को दिल्ली और मुंबई जाने वाली दो प्रमुख फ्लाइट्स रद्द होने की खबर ने यात्रियों के लिए बड़ी परेशानी खड़ी कर दी। भारतीय यात्रियों ने एयरलाइन पर खराब प्रबंधन और अनदेखी के गंभीर आरोप लगाए। इनमें अधिकांश यात्री पर्यटक और व्यवसायिक उद्देश्य से आए हुए थे, जिनमें बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं भी शामिल थीं।
यात्रियों ने बताया कि एयरपोर्ट पर उन्हें बुनियादी सुविधाएं तक नहीं दी गईं। न भोजन, न आराम करने के लिए जगह। एयरलाइन की ओर से स्थिति स्पष्ट करने में हुई देरी ने उनकी चिंता और बढ़ा दी।
यात्रियों की नाराजगी सोशल मीडिया पर उभरी
इस्तांबुल एयरपोर्ट पर फंसे यात्रियों ने सोशल मीडिया का सहारा लेकर अपनी समस्याओं को उजागर किया। वीडियो और तस्वीरें साझा कर यात्रियों ने बदइंतजामी और लापरवाही का आरोप लगाया। वायरल वीडियो में यात्री यह कहते हुए दिखे कि एयरलाइन ने उनकी दुर्दशा की कोई परवाह नहीं की।
एक यात्री ने वीडियो में कहा, “हमने फ्लाइट टिकट के लिए भारी रकम चुकाई है, लेकिन अब हम यहां बेबस और असहाय महसूस कर रहे हैं। एयरलाइन ने हमें कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया।”
इंडिगो का बयान: राहत देने का प्रयास
यात्रियों के आरोप और वायरल वीडियो के बाद, इंडिगो एयरलाइंस ने स्थिति को संभालने की पहल की। एयरलाइन ने घोषणा की कि 20 घंटे के भीतर एक विशेष विमान भेजा जाएगा। कंपनी ने कहा कि सभी यात्रियों को प्राथमिकता के आधार पर उनके गंतव्य तक पहुंचाने की व्यवस्था की जाएगी।
इंडिगो के प्रवक्ता ने बयान में कहा, “हम अपने यात्रियों की असुविधा के लिए खेद व्यक्त करते हैं। हमने सभी फंसे यात्रियों को जल्द से जल्द उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए विशेष इंतजाम किए हैं।”
यात्रियों का गुस्सा और इंडिगो पर सवाल
हालांकि एयरलाइन ने राहत प्रदान करने की पहल की है, लेकिन यात्री अब भी एयरलाइन के प्रबंधन पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने पूछा कि आखिर ऐसी स्थिति बनने ही क्यों दी गई?
फंसे हुए यात्रियों में से एक ने कहा, “यह पहली बार नहीं है जब इस एयरलाइन के साथ ऐसा हुआ है। एयरलाइन को अपनी सेवाओं में सुधार करना चाहिए।”
कुछ यात्रियों ने यह भी आरोप लगाया कि एयरलाइन ने फ्लाइट्स रद्द करने की जानकारी पहले से नहीं दी।
भारत सरकार और दूतावास की भूमिका
घटना के सामने आने के बाद भारतीय दूतावास ने भी यात्रियों को सहायता प्रदान करने के लिए प्रयास किए। दूतावास के अधिकारियों ने एयरलाइन के साथ समन्वय स्थापित कर फंसे यात्रियों को जल्द से जल्द राहत देने की अपील की।
दूतावास के एक अधिकारी ने कहा, “हमने फंसे यात्रियों के लिए एयरलाइन से संपर्क किया है। उन्हें भोजन और अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं।”
राहत विमान: अगले 20 घंटे में लौटेंगे यात्री
इंडिगो एयरलाइंस ने अपने राहत विमान को अगले 20 घंटों के भीतर इस्तांबुल एयरपोर्ट पर भेजने का आश्वासन दिया है। इस विमान के जरिए दिल्ली और मुंबई जाने वाले यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जाएगा।
हालांकि, यह राहत विमान उन यात्रियों के लिए एक बड़ी राहत साबित होगा, जो पिछले दो दिनों से इस असहनीय स्थिति का सामना कर रहे हैं।
यात्रियों की सुरक्षा और भविष्य के लिए सवाल
इस घटना ने एयरलाइन की आपातकालीन प्रबंधन प्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं। यह आवश्यक है कि एयरलाइंस ऐसी परिस्थितियों से निपटने के लिए बेहतर प्रबंधन प्रणाली विकसित करें।
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी घटनाएं यात्रियों के लिए न केवल असुविधा बल्कि मानसिक और शारीरिक तनाव का कारण भी बनती हैं। एयरलाइंस को इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि यात्री हमेशा उनकी प्राथमिकता में रहें।