पाकिस्तान में सांप्रदायिक हिंसा: शिया-सुन्नी संघर्ष में 47 की मौत

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पाकिस्तान पहले से ही आतंकवाद और राजनीतिक अस्थिरता के कारण संकट में है, लेकिन हाल ही में वहां सांप्रदायिक हिंसा की नई आग भड़क उठी है। उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में शिया और सुन्नी समुदायों के बीच संघर्ष ने स्थिति और गंभीर बना दी है।

47 लोगों की मौत, दर्जनों घायल
पुलिस रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 48 घंटों में सांप्रदायिक हिंसा में 47 लोगों की जान चली गई है, जबकि 30 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। केवल पिछले 24 घंटों में ही 32 मौतें दर्ज की गई हैं। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि हिंसा के केंद्र में धार्मिक और सांप्रदायिक विवाद हैं, जो पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रहे हैं।

स्थिति पर काबू पाने के प्रयास
प्रांत के अशांत इलाकों में हिंसा रोकने के लिए सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है। प्रशासन ने कर्फ्यू लागू कर दिया है और स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए सख्त कदम उठाए जा रहे हैं। हालांकि, क्षेत्र में तनाव अभी भी बना हुआ है, और किसी भी समय हिंसा फिर से भड़कने का खतरा है।

पृष्ठभूमि और चुनौतियां
पाकिस्तान में शिया और सुन्नी समुदायों के बीच मतभेद नया नहीं है, लेकिन हालिया हिंसा ने पुराने घावों को फिर से हरा कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि सांप्रदायिक संघर्ष को रोकने के लिए सरकार को दीर्घकालिक समाधान और सामुदायिक एकता की दिशा में काम करना होगा।

इस भयावह स्थिति ने न केवल मानव जीवन की क्षति की है, बल्कि देश की स्थिरता और शांति को भी गंभीर चुनौती दी है।

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