दिनांक 17 नवंबर 2024, रविवार को भट्ट ब्राह्मण महासभा काशी के तत्वावधान में दुर्गाकुंड स्थित हनुमान प्रसाद पोद्दार अंध विद्यालय में एक संगोष्ठी का आयोजन हुआ। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य वर्तमान परिवेश में ब्राह्मण समाज के विकास की दिशा पर चर्चा करना था।
कार्यक्रम की शुरुआत:
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि श्री डॉ. दयानंद तिवारी (प्रवक्ता, भारतीय जनता पार्टी, महाराष्ट्र), पं. यादवेंद्र राय उर्फ काका भदोही (उद्योगपति), प्रो. जेपी राय, रामसागर शर्मा, डॉ. कमलाकांत (उपाध्यक्ष, केंद्रीय ब्राह्मण महासभा काशी), डॉ. गणेश दत्त शास्त्री, पं. मेवालाल राय, प्रो. सुनीता सुमन शर्मा और डॉ. हरिद्वार शर्मा के द्वारा दीप प्रज्वलन और मां सरस्वती का वैदिक पूजन कर किया गया।
मुख्य अतिथियों का स्वागत:
तत्पश्चात, सभी मुख्य अतिथियों का भट्ट ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष एवं अन्य पदाधिकारियों द्वारा पुष्प गुच्छ, स्मृति चिन्ह, माल्यार्पण और अंगवस्त्र भेंट कर सम्मान किया गया।
समाज के प्रति जिम्मेदारी:
कार्यक्रम में आए हुए मुख्य अतिथियों ने ब्राह्मण समाज को एकजुट होकर अपने नैतिक कर्तव्यों को निभाने की आवश्यकता पर बल दिया। साथ ही, भट्ट ब्राह्मण महासभा के कार्यकारिणी सदस्यों को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
मुख्य ट्रस्टी, डॉ. हरिद्वार शर्मा ने ब्राह्मण समाज से अपने नैतिक कर्तव्यों को निभाने का आह्वान किया।
समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्ति:
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से श्री डॉ. हरिद्वार शर्मा, बसन्त राय, जगदीश शर्मा, विनोद शर्मा, राजेश शर्मा, अवधेश राय, विजय नाथ शर्मा, संजय शर्मा, शेष नाथ राय, मनोज कुमार शर्मा, अजीत कुमार शर्मा, देवनारायण शर्मा, सन्देश कुमार शर्मा, गौरीशंकर शर्मा, शिवम् कुमार राय, आशीष कुमार राय, पंकज राय, निरंजन भट्ट, अजय कुमार शर्मा, संजय कुमार राय, आनंद कुमार राय, नंदलाल राय, हरिकांत तिवारी, प्रभाकर राय, मनीष शर्मा, डॉ. विनय शर्मा, संदीप शर्मा, गौरव शर्मा, देवता प्रसाद शर्मा, शशि भूषण शर्मा, सुभाष शर्मा, विजय राय, विनोद कुमार कुंवर, विनोद कुमार, जवाहरलाल शर्मा, के के शर्मा जैसे गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
मंच संचालन और समापन:
मंच का संचालन श्री बसन्त राय (अध्यक्ष) ने किया। कार्यक्रम के समापन के अवसर पर श्री डॉ. हरिद्वार शर्मा ने सभी मुख्य अतिथियों और पदाधिकारियों का आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम का समापन “हर हर महादेव” के उद्घोष के साथ हुआ।