झांसी मेडिकल कॉलेज के एनआईसीयू (नवजात गहन चिकित्सा इकाई) में एक भीषण हादसे के दौरान आग लगने से 10 नवजात बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। इस त्रासदी ने पूरे प्रदेश को हिला दिया है। घटना की जानकारी मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तुरंत संज्ञान लिया और राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर संचालित करने के निर्देश दिए।
राहत कार्य के निर्देश
मुख्यमंत्री ने प्रशासन और चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर तत्काल राहत कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह सुनिश्चित करने को कहा कि फायर ब्रिगेड की पर्याप्त गाड़ियां मौके पर लगाई जाएं, ताकि आग पर जल्द काबू पाया जा सके। साथ ही, घायलों के समुचित इलाज के लिए बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के आदेश भी दिए गए हैं।
वरिष्ठ अधिकारियों का घटनास्थल पर रवाना होना
मुख्यमंत्री के निर्देश के अनुसार, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक और प्रमुख सचिव स्वास्थ्य तत्काल झांसी रवाना हो गए हैं। दोनों अधिकारियों को हादसे की विस्तृत समीक्षा कर राहत कार्यों की निगरानी करनी है।
12 घंटे में रिपोर्ट की मांग
मुख्यमंत्री ने झांसी के मंडलायुक्त और डीआईजी को घटना की जांच कर 12 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
प्रदेशभर में शोक और चिंता
इस घटना ने पूरे राज्य में गहरा शोक और चिंता पैदा कर दी है। सरकार के त्वरित कदमों से उम्मीद है कि पीड़ित परिवारों को न्याय मिलेगा और इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।