वाराणसी में इस साल की देव दीपावली का आयोजन एक भव्य और विशेष तरीके से किया जा रहा है। इस अवसर पर काशी के 84 घाटों, कुंडों, तालाबों और देवालयों में 17 लाख से अधिक दीप जलाए जाएंगे, जो कि काशी के प्रसिद्ध घाटों को एक अलौकिक और दिव्य आभा से रोशन करेंगे। इस भव्य आयोजन में देश-विदेश से 10 लाख से अधिक पर्यटकों के आने की संभावना जताई जा रही है, जो इस धार्मिक और सांस्कृतिक समागम का हिस्सा बनेंगे।
मुख्य अतिथि और विशेष कार्यक्रम
देव दीपावली के इस विशेष अवसर पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होंगे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, और पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह भी इस आयोजन में शामिल होंगे। वे नमो घाट का उद्घाटन करेंगे, जो इस पर्व का प्रमुख आकर्षण बनकर उभर रहा है।
लेजर शो और विशेष आरती कार्यक्रम
काशी में देव दीपावली के आयोजन को और भव्य बनाने के लिए चेतसिंह घाट पर चार बार लेजर शो होगा। शाम 5:30 बजे, 7:00 बजे, 8:00 बजे और 8:45 बजे ये लेजर लाइट और साउंड शो प्रस्तुत किए जाएंगे, जिसमें 25 मिनट का थ्रीडी प्रोजेक्शन मैपिंग शो होगा। यह शो काशी के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों को एक नई तकनीक के माध्यम से जीवित करेगा।
दशाश्वमेध घाट पर 21 अर्चक गंगा आरती करेंगे, जो कि इस आयोजन की धार्मिक महत्ता को और बढ़ाएगा। इस मौके पर शहीदों को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया जाएगा। राजघाट पर 101 महिलाएं पहली बार गंगा आरती करेंगी, जो कि एक ऐतिहासिक पहल होगी। शीतला घाट पर लोकप्रिय गायक मनोज तिवारी और नमो घाट पर गायिका कल्पना पटवारी अपने सांस्कृतिक कार्यक्रमों से श्रद्धालुओं का मन मोहेंगे।
वीवीआईपी अतिथियों के लिए विशेष इंतजाम
इस बार प्रशासन ने वीवीआईपी अतिथियों के लिए विवेकानंद क्रूज बुक किया है। इस क्रूज से वे नमो घाट पर देव दीपावली का कार्यक्रम, लेजर शो और आतिशबाजी का आनंद लेंगे। इस कार्यक्रम में यूपी सरकार के कई मंत्री और सांसद भी शामिल होंगे। क्रूज के आसपास जल पुलिस और एंबुलेंस तैनात की जाएगी, ताकि किसी भी प्रकार की आकस्मिक स्थिति का सामना किया जा सके।
महिलाओं की विशेष भागीदारी
इस साल देव दीपावली पर एक और नया ऐतिहासिक कदम उठाया जा रहा है, जब पहली बार 101 महिलाएं गंगा आरती करेंगी। राजघाट पर यह आयोजन एक नया इतिहास रचेगा, जहां महिलाएं मां गंगा की आरती करेंगी। इस दौरान झांकियों में गुरुनानक देव और गौतम बुद्ध की आभा निखरेगी, साथ ही सामाजिक संदेश देने वाली झांकी भी प्रदर्शित की जाएगी। यह कदम महिलाओं की सशक्त भागीदारी और काशी की धार्मिक संस्कृति को नया आयाम प्रदान करेगा।
संस्कृतिक धरोहर और पर्यटन को बढ़ावा
देव दीपावली का यह आयोजन काशी की सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को दुनिया भर में प्रदर्शित करने का एक महत्वपूर्ण अवसर बन गया है। इस आयोजन के माध्यम से काशी को एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में फिर से स्थापित किया जा रहा है, जहां हर साल लाखों लोग भगवान शिव की नगरी के इस दिव्य रूप का अनुभव करने आते हैं।
साथ ही, यह आयोजन काशी के 84 घाटों पर होने वाले दीप जलाने की परंपरा को जीवित रखता है, जो काशी के श्रद्धालुओं और पर्यटकों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है। इस दिव्य अवसर पर लाखों दीपों के साथ काशी की सुंदरता और महिमा की अनुभूति हर किसी को होती है।
देव दीपावली काशी में न केवल एक धार्मिक उत्सव है, बल्कि यह पूरे देश और दुनिया के लिए काशी की अद्वितीय सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक भी है, जिसे हर कोई देखने का सपना देखता है।