वाराणसी के ऐतिहासिक अस्सी घाट पर चल रहे काशी गंगा महोत्सव के दूसरे दिन का आयोजन अत्यंत भव्य और दर्शनीय रहा। इस अवसर पर दिल्ली से आईं प्रसिद्ध कथक नृत्यांगना रिचा गुप्ता ने अपनी अनुपम नृत्य कला से दर्शकों को मोहित कर दिया। गंगा की लहरों के बीच उनकी कथक प्रस्तुति ने मानो कला, संस्कृति और प्रकृति का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया। रिचा गुप्ता की नृत्य भंगिमाओं और भाव-भंगिमाओं ने दर्शकों का मन मोह लिया, जिससे घाट पर उपस्थित सभी लोग मंत्रमुग्ध हो गए।
कार्यक्रम का शुभारंभ कैण्ट के विधायक सौरभ श्रीवास्तव ने दीप प्रज्वलित करके किया। उद्घाटन के दौरान श्रीवास्तव ने इस महोत्सव की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि वाराणसी, जिसे काशी के नाम से भी जाना जाता है, कला, संस्कृति और अध्यात्म की नगरी है। ऐसे आयोजनों से हमारी समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को नई पीढ़ी के सामने लाने का अवसर मिलता है और यह स्थानीय कलाकारों और कला प्रेमियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनता है।
कार्यक्रम में उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी महोत्सव के महत्व पर अपनी बात रखी और घाट के अद्वितीय वातावरण में हो रहे इस आयोजन की सराहना की। दर्शकों ने उत्साह और उल्लास के साथ इस सांस्कृतिक प्रस्तुति का आनंद लिया। काशी गंगा महोत्सव का उद्देश्य न केवल गंगा की महत्ता को रेखांकित करना है, बल्कि काशी की सांस्कृतिक धरोहर को भी सहेजना और बढ़ावा देना है।
अस्सी घाट पर होने वाले इस महोत्सव में हर दिन नई प्रस्तुतियों के साथ कला प्रेमियों को कई अनोखे और प्रेरणादायक अनुभव मिल रहे हैं।