दीपावली के पूर्व संध्या पर चन्दौली के पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने एक सराहनीय कदम उठाते हुए वृद्धाश्रम में बुजुर्गों के साथ त्यौहार की खुशियाँ साझा कीं। यह अवसर था उन वृद्धजनों के लिए जो वृद्धाश्रम में अकेलेपन का सामना कर रहे हैं, जिनके साथ लांग्हे ने विशेष समय बिताया और उन्हें यह एहसास दिलाया कि वे समाज के लिए महत्वपूर्ण हैं।
इस आयोजन के दौरान पुलिस अधीक्षक आदित्य लांग्हे ने वृद्धाश्रम में रह रहे बुजुर्गों के बीच पहुंचकर उन्हें फल, मिष्ठान्न और अन्य आवश्यक वस्तुएं प्रदान कीं। बुजुर्गों के चेहरे पर मुस्कान लाने के उद्देश्य से यह कदम उठाया गया, ताकि उन्हें परिवार जैसा अपनापन महसूस हो सके। लांग्हे ने उनसे व्यक्तिगत रूप से बातचीत की, उनकी समस्याओं और ज़रूरतों को समझा, और उन्हें आश्वासन दिया कि पुलिस प्रशासन हर संभव मदद करने के लिए उनके साथ खड़ा है।
लांग्हे का यह प्रयास बुजुर्गों के जीवन में दीपावली की वास्तविक रोशनी भरने जैसा था। उनके इस कदम से न केवल वृद्धाश्रम के निवासी बल्कि स्थानीय समाज भी प्रेरित हुआ। त्यौहार के इस अवसर पर समाज के वृद्धजनों के प्रति सहानुभूति और प्रेम प्रदर्शित करने की यह पहल अनुकरणीय मानी जा रही है।
इस दौरान उन्होंने समाज से भी अपील की कि हर कोई अपने आस-पास मौजूद बुजुर्गों के साथ समय बिताए, उन्हें प्यार और सम्मान दे, जिससे समाज में उनके प्रति एक सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित हो। आदित्य लांग्हे का यह प्रयास समाज में एक संदेश देने वाला कदम था, जिसमें उन्होंने यह दिखाया कि बुजुर्ग केवल वृद्धाश्रम की चारदीवारी में सीमित नहीं हैं, बल्कि हमारे समाज का अभिन्न अंग हैं जिन्हें हमारी देखभाल और स्नेह की आवश्यकता है।