चंदौली जनपद के सदर थाना क्षेत्र के केशवपुर गांव में 18 अगस्त 2024 को मृतक महेंद्र प्रजापति की संदिग्ध परिस्थिति में मौत के बाद मामला गरमाया हुआ है। कैबिनेट मंत्री, श्रम एवं सेवायोजन, यूपी सरकार के समन्वयक अनिल राजभर शुक्रवार को केशवपुर गांव पहुंचे और मृतक के परिजनों से मुलाकात कर शोक संवेदना व्यक्त की। परिजनों ने पुलिस द्वारा मामले में हीलाहवाली और नामजद आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर नाराजगी जताई।
मंत्री अनिल राजभर ने पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए आश्वासन दिया कि सरकार दोषियों को बख्शेगी नहीं। उन्होंने कहा कि इस दुखद घटना में जो भी गुनहगार हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, मंत्री ने यह भी कहा कि वे पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं हैं और मामले को मुख्यमंत्री के समक्ष रखकर उचित जांच कराने का वादा किया।
मामले की पृष्ठभूमि:
महेंद्र प्रजापति 18 अगस्त 2024 को अपने दोस्तों के साथ घर से निकले थे, लेकिन वापस नहीं लौटे। अगले दिन, उनकी साइकिल और चप्पल गांव के तालाब किनारे मिलीं, और बाद में तालाब से उनका शव बरामद हुआ। घटना के बाद ग्रामीणों और परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया।
इसके बावजूद, पुलिस ने तुरंत कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। घटना के 18 दिन बाद, प्रजापति समाज और स्थानीय ग्रामीणों के विरोध के बाद ही पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया, लेकिन नामजद आरोपियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
मंत्री अनिल राजभर की इस हस्तक्षेप के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और पीड़ित परिवार को न्याय मिलेगा।