चंदौली जिले में अब दुनिया के सबसे महंगे आमों में शुमार जापानी वेरायटी ‘मियाजाकी’ की पैदावार की जाएगी। लाल और बैंगनी रंग का यह विशेष आम किसानों के लिए अगले साल से उपलब्ध होगा। मियाजाकी आम के अलावा अरुणिका, अंविका, गौरजीत जैसे अन्य खास प्रजातियों के आम के पौधे भी जिले में उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके साथ ही लीची, बेल, और आंवला के पौधे भी मिलेंगे।
यह पहल कृषि विज्ञान केंद्र, चंदौली द्वारा की जा रही है, जहाँ नर्सरी में इन पौधों को तैयार किया जा रहा है। इन पौधों को तैयार करने के लिए बाहर से बीज मंगवाए गए हैं और करीब सात लाख रुपये की लागत से पाली हाउस तैयार किया जा रहा है।
कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार, मियाजाकी आम में सामान्य आमों की तुलना में 15% ज्यादा शुगर कंटेंट होता है। इसके साथ ही इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स, बीटा कैरोटीन और फॉलिक एसिड भी होते हैं, जो विशेष रूप से आंखों की रोशनी के लिए लाभकारी माने जाते हैं।
यह परियोजना अगले साल से किसानों के लिए प्लांटेशन के रूप में शुरू हो पाएगी, जिससे चंदौली जिले के किसानों को आर्थिक लाभ मिलने की उम्मीद है।