उत्तर प्रदेश में पर्यटन को बढ़ावा देने और पर्यटकों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। अब हर जिले में एक जिला पर्यटन अधिकारी की नियुक्ति होगी और प्रत्येक जिले में पर्यटन विभाग का एक कार्यालय होगा। इसके साथ ही पर्यटन सुविधा और सूचना केंद्र भी स्थापित किए जाएंगे ताकि पर्यटकों को जानकारी के लिए भटकना न पड़े।
मंगलवार को कैबिनेट ने पर्यटन विभाग के संगठनात्मक ढांचे के पुनर्गठन पर मुहर लगा दी है। इस पुनर्गठन के तहत प्रदेश में तेजी से बढ़ रही पर्यटकों की संख्या को देखते हुए विभाग के ढांचे में बदलाव की जरूरत महसूस की गई। इसमें एक निदेशक पर्यटन, एक निदेशक पर्यटन ईको टूरिज्म, एक अपर निदेशक, 59 जिला पर्यटन अधिकारी और 38 अपर जिला पर्यटन अधिकारी के पद सृजन के प्रस्ताव पर सहमति दी गई।
पर्यटन व संस्कृत मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि इसी क्रम में पहले से चल रहे 17 पर्यटन अधिकारी, 13 सहायक पर्यटन अधिकारी, महानिदेशक पर्यटन के व्यक्तिगत सहायक, और डाक्यूमेंटेशन सहायक आदि के पदों को समाप्त करने पर भी सहमति बनी है। इन पदों का समायोजन नए पदों के तहत किया जाएगा। कैबिनेट ने कई पदों के वेतन बैंड के पुनरीक्षण को भी मंजूरी दी है।
जिलों में पर्यटन अधिकारी और पर्यटन सुविधा केंद्र होने से पर्यटकों को काफी सहूलियत होगी और इससे प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार का भी सृजन होगा। पर्यटन मंत्री ने बताया कि विभाग पर्यटन स्थलों पर बुनियादी सुविधाएं विकसित कर रहा है और कनेक्टिविटी पर काम कर रहा है ताकि पर्यटकों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए 12 टूरिज्म सर्किट बनाए गए हैं जहां पर्यटक अपनी इच्छानुसार भ्रमण कर सकते हैं। इस बदलाव से इन व्यवस्थाओं को और भी बेहतर बनाया जाएगा।