


संसद के शीतकालीन सत्र का आज यानी 6 दिसंबर को तीसरा दिन है। दिन की शुरुआत भारतीय जनता पार्टी के माफी मांगो के नारे के साथ शुरू हुई। भाजपा ने DMK सांसद सेंथिल कुमार से उनके गौमूत्र वाले बयान पर सदन में माफी मांगने को कहा। हंगामे के बाद सेंथिल ने लोकसभा में माफी मांग ली। उन्होंने कहा- कल अनजाने में मेरे द्वारा दिए गए बयान से किसी सदस्या या वर्ग की भावनाओं को ठेस पहुंची है तो मैं अपना बयान वापस लेता हूं। मुझे इसका अफसोस है। मंगलवार को सेंथिल कुमार ने कहा था कि भाजपा की ताकत केवल हिंदी बेल्ट के उन राज्यों को जीतने में ही है, जिन्हें हम आमतौर पर गोमूत्र राज्य कहते हैं। जिस पर आज सदन में जमकर हंगामा हुआ। सेंथिल के इस बयान को लोकसभा के रिकॉर्ड से हटा दिया गया है।
विवाद बढ़ने पर DMK सांसद ने सफाई दी .भाजपा ने सेंथिल के बयान को सनातनी परंपरा का अनादर बताया दक्षिण के राज्यों में BJP को घुसने नहीं दिया गया है। यह खतरा जरूर है कि कश्मीर की ही तरह भाजपा दक्षिण भारत के राज्यों को भी केंद्र शासित प्रदेश न बना दे, क्योंकि ये वहां जीत नहीं सकते तो उसे UT बनाकर गवर्नर के जरिए शासन कर सकते हैं। केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी ने सेंथिल के बयान को सनातनी परंपरा का अनादर बताया था। बिहार बीजेपी नेता नवल किशोर यादव ने कहा- हिंदी भाषी राज्यों को गालियां देने वालों को मानसिक इलाज कराने की जरूरत है। उधर, कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने उनके बयान से किनारा कर लिया।
सेंथिल कुमार ने मंगलवार को अपने विवादित कमेंट पर सोशल मीडिया पर भी माफी मांग ली थी। X पर पोस्ट करते हुए सेंथिल ने लिखा- हाल के पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों के नतीजों पर टिप्पणी करते हुए, मैंने एक शब्द का गलत तरीके से इस्तेमाल किया है। उसके लिए मैं माफी मांगता हूं।
