
लोकसभा में ओम बिरला के स्पीकर चुने जाने के बाद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक-दूसरे से हाथ मिलाया। इससे संसद में एक सकारात्मक माहौल का संकेत दिया। दोनों नेताओं का यह कदम राजनीतिक मतभेदों के बावजूद सद्भावना और आपसी सम्मान का प्रतीक माना जा रहा है।

ओम बिरला के स्पीकर बनने पर उन्हें बधाई देने के लिए प्रधानमंत्री और अन्य सांसदों के साथ राहुल गांधी भी पहुंचे थे। यह दृश्य राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना और इसे भारतीय राजनीति में सौहार्दपूर्ण रवैये के रूप में देखा गया। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के बीच इस तरह का व्यवहार लोकतंत्र की मजबूती का प्रतीक है, जिसमें विचारधारा भिन्नता के बावजूद आपसी सम्मान और संवाद को प्राथमिकता दी जाती है।

